मुकवेगे ने कहा, अगर एक युद्ध ही शुरू करना है तो फिर यह उदासीनता के खिलाफ होना चाहिए, क्योंकि यह हमारे समाज को खाए जा रही है। उन्होंने कहा कि हिंसा हमारी मानवता को शर्मसार करती है। वहीं यजीदी कार्यकर्ता मुराद ने वैश्विक समुदाय से जिहादियों के कब्जे में फंसी महिलाओं और लड़कियों को मुक्त कराने में मदद करने की अपील की।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से असुरक्षित समुदायों की मदद करने की मांग की। मुराद भाषण के दौरान अपनी भावनाओं पर काबू पाने की कोशिश करते हुए बोलीं, मेरे विचार से सभी पीड़ितों को तब तक एक सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराना चाहिए जब तक उनके साथ न्याय नहीं हो जाता।