सैन्य शक्ति बढ़ाने में जुटे चीन ने अपनी सेना को सुरक्षा देने के मकसद से नया मोबाइल शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (SHORAD) बनाया है. इसको FM-2000 नाम दिया गया है. चीन की निजी कंपनी चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड इंडस्ट्री कॉरपोरेशन (सेसिक) ने बनाया है. साथ ही इसे 9 नवंबर को चीन के झुआई में आयोजित एयरशो चाइना 2018 डिफेंस एक्जीबिशन में पेश कर दिया गया है.
कंपनी के मुताबिक यह नया एयर डिफेंस सिस्टम एफएम-2000 15 किमी की दूरी तक दुश्मनों के विमान, हेलीकॉप्टर और मिसाइलों को सटीकता से मार गिराने में सक्षम है. कंपनी का कहना है कि यह एयर डिफेंस सिस्टम 10 मीटर से लेकर 10 किमी तक की ऊंचाई तक वार कर सकता है.
ये हैं खासियतें
एफएम-2000 लगभग सभी तरह के विमानों, हथियारबंद हेलीकॉप्टरों, हवा से जमीन पर वार करने वाली मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर सकता है. इसकी खास बात यह भी है कि इसे सेना की तुकड़ी के साथ गश्त करने के दौरान चलते-फिरते भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इस दौरान भी यह पूरी सटीकता और चालाकी से काम करने में सक्षम है.
इसके साथ ही यह एक साथ कई टार्गेट की पहचान करने और उन्हें मार गिराने में सक्षम है. इस शॉर्ट एयर डिफेंस सिस्टम के जरिये तकनीकी रूप से संचार प्रक्रिया को भी बाधित किया जा सकता है.
अमेरिका से की तुलना
इसके अलावा चीन ने झुआई 6 से 11 नवंबर तक चले एयरशो चाइना 2018 डिफेंस एक्जीबिशन में जे-20 लड़ाकू विमानों को मिसाइलों के साथ पेश किया. एयरशों के अंतिम दिन चीन के दो जे-20 लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी और अपनी मिसाइलों का प्रदर्शन किया. इसमें चार मध्यम दूरी की हवा से हवा में वार करने वाली पीएल-15 मिसाइलें और एक पीएम-10 शॉर्ट रेंज मिसाइल लग सकती है. चीन का दावा है कि इसके बाद उसके पास अमेरिका के एफ-22 और एफ-35 लड़ाकू विमानों जैसी शक्ति आ गई है.