दरअसल, हाल ही में शमी की बेटी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें वह होली खेली दिख रही है. इसी वीडियो पर मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आलोचना की. उन्होंने कहा कि वे एक छोटी बच्ची है. अगर बिना समझे आप होली खेलते हैं तो फिर कोई अपराध नहीं है. लेकिन समझदार होने के बाद भी अगर आप होली खेलते हैं तो ये शरीयत के खिलाफ माना जाएगा. मौलाना ने कहा कि मैंने पहले भी शमी को सलाह दी थी कि वे इस्लाम के सिद्धांतों का पालन करें. बावजूद इसके उनकी बेटी का होली मनाते वीडियो सामने आया है.
हिंदुओं का बड़ा त्योहार है होली
मौलाना ने कहा कि मैं शमी और उनके परिवार के सदस्यों से अपील करता हूं कि शरीयत जिन चीजों को मना करता है, वह काम आप अपने बच्चों को न करने दें. होली हिंदुओं का बड़ा त्योहार है. लेकिन मुस्लिमों को होली नहीं मनानी चाहिए. शरीयत की जानकारी होने के बाद भी अगर कोई होली मनाता है तो ये गुनाह है. मौलाना ने शमी से आग्रह किया किया है कि वे शरीयत के नियमों का अपमान न करें.
पहले शमी को बता चुके हैं गुनाहगार
बता दें, चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल से शमी की एक फोेटो सामने आई थी, जिसमें वे एनर्जी ड्रिंक पीते हुए दिखाई दे रहे हैं. मौलाना ने इसे लेकर भी शमी पर निशाना साधा था. उन्होंने रोजा न रखने की वजह से शमी को मुजरिम तक कह दिया था. मौलाना ने कहा था कि रोजा इस्लाम में फर्ज है. हर एक स्वस्थ्य महिला और पुरुष को रोजा रखना ही रखना है. अगर वह नहीं रखता है तो वह इस्लाम की नजर में मुजरिम है. शमी ने रोजा न रखकर अपराध किया है. शरीयत के अनुसार, वे अपराधी हैं. उन्हें खुदा को जवाब देना पड़ेगा.