उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने घर में थे और कहीं भागे नहीं थे, साथ ही यह भी बताया कि उनके पास कोई पुलिस अधिकारी नहीं आया। मैं विधायक हूं और ओखला का प्रतिनिधित्व करता हूं। यही मेरा जुर्म है।
उन्होंने बताया कि वह अपने इलाके में कुछ सीवर पंपों की खराबी को देखने गए थे। वहां कुछ हो रहा था। लेकिन, उसका उन्हें पता नहीं चला।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें भगोड़ा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। कोर्ट ने मुझे 24 फरवरी तक का समय दिया है और जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। हमें उनका काम करने देना चाहिए।
उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह सिर्फ एक पक्ष की खबरें चला रहे हैं।
गौरतलब है कि ओखला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान पर यह आरोप है कि उन्होंने एक अपराधी को पुलिस की पकड़ से छुड़ाकर फरार होने में मदद की है। इसके बाद पुलिस ने विधायक और उनके सहयोगियों पर एफआईआर दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की बात कही थी।
बताया जा रहा है कि इस दौरान अमानतुल्लाह खान का मोबाइल फोन बंद आ रहा था और उनकी तलाश पुलिस की टीम कर रही थी। गुरुवार को अमानतुल्लाह खान की अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट में मंजूर कर ली गई तो उसके बाद वह अपने समर्थकों के साथ मीडिया के सामने आए और कहा कि उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। वह कहीं भी नहीं भागे थे और वह जांच में सहयोग करेंगे।