बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान ने हाल ही में खुद पर हुए हमले पर बात की है. जिसमें उन्होंने अपने बेटे तैमूर और करीना कपूर के बारे में बात की है.
सैफ अली खान पर 16 जनवरी की सुबह बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में एक अनजान शख्स ने घुसकर हमला कर दिया था. जिसमें उनपर चाकू से 6 बार वार कर दिए थे. जिसके बाद एक्टर को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था. उनकी सर्जरी करनी पड़ी थी. हालांकि अब एक्टर बिल्कुल ठीक है. वहीं 9 फरवरी को एक्टर लीलावती अस्पताल रूटीन चेकअप के लिए पहुंचे थे. जिसमें डॉक्टर ने उन्हें बिल्कुल ठीक बताया है.
सदमे में था परिवार
अब एक्टर ने एक इंटरव्यू में उस रात के कुछ खुलासे किए है. जिसमें उन्होंने करीना और तैमूर के बारे में भी बात की है. उन्होंने बताया कि आखिर वह तैमूर को अपने साथ क्यों लेकर गए थे और क्यों करीना उनके साथ नहीं गई थी. सैफ अली खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि हमले के बाद उनकी पत्नी करीना कपूर खान और उनके बच्चे हमले से सदमे में थे.
फैमिली को किया इफेक्ट
इस घटना ने उन्हें कितना इफेक्ट किया था. एक्टर ने बताया कि हाथापाई में वो जख्मी हो गए थे. उनका कुर्ता खून से लथपथ था. जख्मी हालत में उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए उनकी पत्नी करीना, बेटे तैमूर और जेह बिल्डिंग से नीचे जाकर ऑटो या फिर कैब की तलाश करने की कोशिश कर रहे थे.
‘तैमूर ने पूछा क्या आप मरने वाले हैं’
सैफ ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार से कहा- ‘मुझे दर्द महसूस हो रहा है. मेरी पीठ में कुछ गड़बड़ है.’ जिसके बाद मैंने और करीना ने एक दूसरे को देखा और मैंने कहा- ‘मैं ठीक हूं मैं मरूंगा नहीं’ फिर तैमूर ने मुझसे पूछा- ‘क्या आप मरने वाले हैं?’ मैंने कहा- ‘नहीं.’
इस वजह से गए थे तैमूर के साथ
इसके आगे उन्होंने बताया कि वो तैमूर के साथ अस्पताल क्यों गए थे- ‘तैमूर बिल्कुल शांत था. वो ठीक था. उसने कहा- मैं आपके साथ चलूंगा. मैंने सोचा कहीं कुछ हो ना जाए. मुझे तैमूर को देखकर काफी सुकून मिल रहा था. मैं अकेले नहीं जाना चाहता था. तैमूर भी मेरे साथ रहना चाहता था.’
करीना नहीं गई थी सैफ के साथ
जिसके बाद करीना ने सैफ से कहा- ‘आप अस्पताल जाओ और मैं अपनी बहन के घर जाती हूं. करीना लगातार करिश्मा को कॉल कर रही थी. लेकिन वहां भी कोई फोन नहीं उठा रहा था. जिसकी वजह से करीना काफी ज्यादा डर गई थी कि कहीं वहां भी तो कुछ नहीं हुआ होगा. इस वजह से वह मेरे साथ अस्पताल नहीं गई. ‘