कासिम ने एक रिकॉर्डेड टेलीविजन संबोधन में कहा, इजरायल की वापसी के लिए तय अवधि के बाद क्या होगा? इजरायल को वापस लौटना होगा क्योंकि 60 दिन पूरे हो चुके हैं। हम एक पल या एक दिन के लिए विस्तार की किसी भी दलील को स्वीकार नहीं करते हैं।
इजरायल ने शुक्रवार को कहा कि उसकी सेना की वापसी लेबनानी समूह के साथ संघर्ष विराम समझौते में निर्धारित 60-दिवसीय अवधि से अधिक समय में होगी। उसने आरोप लगाया कि समझौते की शर्तों को लेबनानी राज्य ने पूरी तरह से लागू नहीं किया है।
अमेरिका ने रविवार को कहा कि लेबनान और इजराइल के बीच समझौता 18 फरवरी तक प्रभावी रहेगा, जो पहले से तय 26 जनवरी की समयसीमा का विस्तार है।
कासिम ने अपने भाषण में कहा कि समूह को जानकारी मिली है कि वाशिंगटन ने शुरू में लेबनानी अधिकारियों के समक्ष समझौते को 28 फरवरी तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने अमेरिकी राजदूत लिसा जॉनसन के साथ बैठक के दौरान कहा कि देश ने 18 फरवरी तक इजरायल के साथ संघर्ष विराम समझौते का पालन करना स्वीकार कर लिया है।