पटना में पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोई सरकार है ही नहीं। जो सरकार है उसे होश ही नहीं है।
उन्होंने कहा, अब यहां चर्चा करनी चाहिए कि बिहार में सरकार है भी या नहीं। अगर है तो मुख्यमंत्री को लीड करना चाहिए। लेकिन, अब वे निर्णय लेने लायक नहीं रह गए हैं। किसी भी विषय पर वे निर्णय नहीं ले पा रहे हैं, तो आखिर सरकार कौन चला रहा है?
उन्होंने कहा, चंद रिटायर्ड अधिकारी और दो नेता दिल्ली में और दो नेता पटना में हैं, वही लोग अपने फायदे के लिए निर्णय ले रहे हैं। उनको बिहार से कोई मतलब नहीं है। भाजपा से तालमेल है। उनको अपना देखना है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री यात्रा पर निकले हैं, लेकिन कोई संवाद नहीं है। कोई पत्र का भी जवाब नहीं दे रहे। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पत्र का भी जवाब भी संजय झा दे रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अब होश में नहीं हैं। उनके चेहरे को आगे करके सरकार चलाई जा रही है। यही सच्चाई है।
बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन पर उन्होंने कहा कि अगर पेपर लीक हुआ है तो परीक्षा तो रद्द होनी चाहिए। एक केंद्र की परीक्षा रद्द करते हैं, बाकी केंद्रों की परीक्षा क्यों रद्द नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक साल हो गए, एक युवक को नौकरी नहीं मिली है। बिहार में प्रशासनिक अराजकता व्याप्त है।