मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि केंद्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डा. मनमोहन सिंह के देहांत होने पर उनका अंतिम संस्कार जहां करें वहीं सम्मान में स्मारक आदि बनवाएं जहां उनके परिवार की दिली इच्छा है।
उन्होंने आगे लिखा कि इसके लिए कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में केंद्र सरकार इनके परिवार की व सिख समाज की भी भावनाओं का ज़रूर सम्मान करे तो यह उचित होगा।
मायावती का ये पोस्ट कांग्रेस की उस मांग के बाद आया है जिसमें उसने केंद्र से अंतिम संस्कार स्थल पर ही स्मारक बनाने की अपील की है।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। तबीयत बिगड़ने के बाद गुरुवार को उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। मनमोहन सिंह ने एम्स के आपातकालीन विभाग में अंतिम सांस ली। दिल्ली एम्स की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर उनकी निधन की पुष्टि की गई थी।
दिल्ली एम्स ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि वह उम्र संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और 26 दिसंबर को वह घर पर अचानक बेहोश हो गए थे। इसके बाद घर पर उन्हें तत्काल उपचार दिया गया। उन्हें शाम 8.06 बजकर एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। इन सब प्रयासों के बावजूद उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और रात 9.51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। ज्ञात हो कि मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 तक दो बार प्रधानमंत्री रहे थे। उनकी गिनती देश के बड़े अर्थशास्त्रियों में होती थी।