अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी ने एक बयान में कहा कि इन टग की डिलीवरी दिसंबर 2026 में होने की उम्मीद है और मई 2028 तक जारी रहेगी, जिससे भारतीय बंदरगाहों में वेसल ऑपरेशन की दक्षता और सुरक्षा में सुधार होगा।
एपीएसईजेड के पूर्णकालिक निदेशक और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने कहा, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड से खरीद के लिए यह सहयोग भारत में समुद्री बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता और हमारे देश के पीएसयू में हमारे विश्वास को दर्शाता है।
गुप्ता ने कहा, विश्व स्तरीय लोकल मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य मेक इन इंडिया पहल में योगदान देना है। साथ ही यह सुनिश्चित करना है कि हमारे संचालन सुरक्षा और दक्षता के अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करें।
इससे पहले, एपीएसईजेड ने ओशन स्पार्कल लिमिटेड के लिए कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड को दो, 62-टन बोलार्ड पुल एएसडी (अजीमुथिंग स्टर्न ड्राइव) टग के निर्माण का ठेका दिया था, जिनमें से दोनों को समय से पहले वितरित किया गया और पारादीप पोर्ट और न्यू मैंगलोर पोर्ट पर तैनात किया गया।
कंपनी ने बताया कि तीन अतिरिक्त एएसडी टग का निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे कुल ऑर्डर 13 टग का हो गया है।
भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी कंपनी के अनुसार, यह पहल जहाज निर्माण में सस्टेनेबल प्रैक्टिस के महत्व को रेखांकित करती है और भारत के आर्थिक विकास में समुद्री उद्योग के रणनीतिक महत्व को दर्शाती है।
अदाणी पोर्ट्स भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह डेवलपर और ऑपरेटर है, जिसके पश्चिमी तट पर 7 रणनीतिक रूप से लोकेटेड पोर्ट्स और टर्मिनल हैं। इसके अलावा, 8 पोर्ट और टर्मिनल पूर्वी तट पर हैं, जो कि कुल मिलाकर देश के बंदरगाह वॉल्यूम का 27 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं।
कंपनी श्रीलंका के कोलंबो में एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी विकसित कर रही है और इजरायल में हाइफा पोर्ट और तंजानिया के दार एस सलाम पोर्ट में कंटेनर टर्मिनल 2 का संचालन कर रही है।