जनरल वीके सिंह ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन के विचार पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ है और इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में इस मुद्दे पर गहन मंथन किया गया था। इस विचार पर कार्य करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर काम किया गया है।
जनरल वीके सिंह ने आगे कहा कि अब एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित की गई है, जो इस विचार को कार्यान्वित करने की प्रक्रिया पर विचार करेगी। यह समिति यह तय करेगी कि इसे कैसे लागू किया जा सकता है और किस प्रकार से इसे प्रारंभ किया जाएगा। इस पहल से भारतीय लोकतंत्र की प्रक्रिया को और भी सशक्त किया जा सकता है।
आपको बताते चलें, एक देश, एक चुनाव विधेयक पर विचार के लिए संसद ने 39 सदस्यीय संयुक्त समिति का गठन किया है। इस समिति की अध्यक्षता की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद पीपी चौधरी करेंगे। समिति के 39 सदस्यों में भाजपा के 16, कांग्रेस के पांच, सपा, तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक के दो-दो तथा शिवसेना, तेदेपा, जदयू, रालोद, लोजपा (रामविलास), जन सेना पार्टी, शिवसेना-यूबीटी, राकांपा-(सपा), माकपा, आप, बीजद और वाईएसआरसीपी के एक-एक सदस्य शामिल हैं।
इससे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने निचलने सदन में लोकसभा और विधानसभा का चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान वाले विधेयक को संसद की संयुक्त समिति के विचार के लिए भेजे जाने का प्रस्ताव रखा था।