वाराणसी, 26 अक्टूबरः काशी की उत्तरवाहिनी जाह्नवी के दोनों तट देव दीपावली पर अद्भुत रोशनी से जगमग होंगे। अर्धचन्द्राकार घाट दीपों की माला पहने दिखेगी तो वही गंगा पार रेत पर आकाश को जीवंत रंगों और पैटर्न से रोशन करने वाले क्रैकर शो, लेज़र शो और संगीत के संगम का पर्यटक एक साथ आनंद ले सकेंगे। रेत पर शिव के भजनों और धुनों पर ग्रीन आतिशबाजी होगी। विश्व प्रसिद्ध काशी की देव दीपावली 15 नवंबर को मनाई जाएगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के सामने रेत पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो होगा। योगी सरकार देव दीपावली को दिव्य और भव्य बनाने के लिए 12 लाख दीपों से घाटों को रोशन करने के साथ, लेजर शो, क्रैकर्स शो भी कराएगी।
पारंपरिक कलात्मकता के साथ अत्याधुनिक तकनीक का भी होगा समागम
पर्यटन विभाग के उप निदेशक राजेंद्र कुमार रावत ने बताया कि गंगा पार रेत पर पारंपरिक कलात्मकता को अत्याधुनिक तकनीक के साथ जोड़ती हुई यह देव दीपावली खास होगी। अमेरिका में विकसित अत्याधुनिक तकनीक के “फायर वन फायरिंग” सिस्टम से लगभग 10 मिनट तक शिव भजन व संगीत पर काशी में पहली बार ग्रीन क्रैकर शो और लेज़र शो का अलौकिक दृश्य दिखाई देगा। काशी में आने वाले पर्यटक घाटों पर गंगा आरती के साथ ही गंगा पार रेत पर ग्रीन आतिशबाजी का आनंद ले सकेंगे।
पर्यावरण के अनुकूल होगी ग्रीन आतिशबाजी
ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो करने वाली कंपनी एक्सिस कम्युनिकेशन के सीईओ मनोज गौतम ने बताया कि रेत पर लगभग 1.5 किलोमीटर के स्ट्रेच पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो होगा। भगवान शिव की महिमा पर आधारित “हर-हर शम्भू”,”शिव तांडव”आदि भजनों के 9 से 10 ट्रैक पर आतिशबाजी शो होगा। आतिशबाजी के दौरान आसमान में सतरंगी छटा बिखेरी जाएगी। आकाश में कई तरह के आकर्षक चित्र भी दिखाई देंगे। कंपनी के इंडिया हेड संजय प्रताप सिंह ने बताया कि क्रेकर शो में पटाखे लगभग 60 से 70 मीटर ऊंचाई तक जाते हैं ,जो काफी दूर से दिखाई देते है। क्रैकर शो,लेज़र शो के प्रदर्शन में उपयोग की जाने वाली ग्रीन आतिशबाजी पर्यावरण के अनुकूल होती है । पटाखों की आवाज 70 डेसीबल से कम होती है।
अलौकिक व अद्भुत दृश्य का होगा दीदार
क्रैकर शो,लेज़र शो और संगीत की त्रिवेणी मंत्रमुग्ध करने के साथ ही अलौकिक,अकल्पनीय और अद्भुत दृश्य का दीदार कराएगी। लेजर शो पूर्णिमा की रात में आकाश को जीवंत रंगों और पैटर्न से रोशन करेगा, जो शहर के क्षितिज को सतरंगी बना देगा। माँ गंगा के आंचल में आतिशबाजी का प्रतिबिंब देव दीपावली के माहौल को अविस्मरणीय बनाएगा।