निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स कारोबार के अंत में 276.85 अंक या 0.47 प्रतिशत की तेजी के बाद 59,212.70 पर हरे निशान में बंद हुआ है। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 25.36 अंक या 0.10 प्रतिशत गिरने के बाद 26,054.10 पर बंद हुआ।
शुक्रवार के कारोबारी दिन निफ्टी के आईटी, पीएसयू बैंक, फार्मा, एमसीजी, मेटल, मीडिया और एनर्जी सेक्टर में ज्यादा खरीदारी देखी गई। वहीं, ऑटो, फिन सर्विस, प्राइवेट बैंक सेक्टर पर दबाव रहा।
सेंसेक्स पैक में एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचयूएल, इंफोसिस, टाइटन कंपनी, विप्रो, सन फार्मा, एलएंडटी, एसबीआई, भारती एयरटेल, टाटा स्टील टॉप गेनर्स की लिस्ट में शामिल रहे। वहीं, टॉप लूजर्स की लिस्ट में एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, टीसीएस शामिल रहे।
बाजार का रुझान सकारात्मक था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,146 शेयर हरे निशान, 1,747 शेयर लाल निशान और 118 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 10 अक्टूबर को अपनी बिकवाली बढ़ा दी तथा उन्होंने 4,926 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। दूसरी ओर, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी अपनी खरीद बढ़ा दी तथा उन्होंने उसी दिन 3,878 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।
बाजार के जानकारों के अनुसार, निर्णायक गति के लिए नए ट्रिगर्स की कमी के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव रहा। अमेरिकी कोर मुद्रास्फीति में अप्रत्याशित वृद्धि और परिणाम सीजन से पहले सतर्कता के कारण अमेरिकी 10-वर्षीय प्रतिफल में उछाल ने बाजार में धारणा को और मजबूत किया। मौजूदा भू-राजनीतिक चुनौतियों ने एफआईआई को किफायती बाजारों की ओर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रभावित किया।
शुक्रवार के कारोबारी दिन सुबह भारतीय शेयर बाजार लाल निशान पर खुले थे। 9 बजकर 19 मिनट पर सेंसेक्स 166.61 अंक या 0.20 प्रतिशत फिसलने के बाद 81,444.80 पर खुला। वहीं, एनएसई का निफ्टी 50.70 अंक या 0.20 प्रतिशत गिरने के बाद 24,947.75 पर कारोबार कर रहा था।