प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को हैदराबाद हाउस में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा, दोनों पड़ोसी देशों ने मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा करने का फैसला किया है और साथ ही स्थानीय मुद्रा में व्यापार निपटाने पर भी काम किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों का हवाला देते हुए कहा कि भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और सबसे करीबी मित्र है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत ने हमेशा मालदीव के लिए फर्स्ट रिस्पॉन्डर की भूमिका निभाई है। चाहे मालदीव के लोगों के तक जरूरी वस्तुओं को पहुंचाना हो, प्राकृतिक आपदा के दौरान पीने का पानी उपलब्ध कराना हो या कोविड के दौरान टीके उपलब्ध कराना हो, भारत ने हमेशा एक पड़ोसी के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई है।
दोनों नेताओं ने डेवलपमेंट पार्टनरशिप, ऊर्जा, व्यापार, वित्तीय जुड़ाव और रक्षा सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में रिश्तों को और गहरा करने के लिए व्यापक चर्चा की और कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
पीएम मोदी ने कहा, आज हमने रीडेवलप्ड हनीमाधू एयरपोर्ट का उद्घाटन किया। अब ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट में भी तेजी लाई जाएगी। थिलाफुशी में एक नए कमर्शियल बंदरगाह के विकास के लिए भी मदद दी जाएगी। आज भारतीय सहायता से निर्मित 700 से अधिक सोशल हाउसिंग यूनिट्स भी सौंपी गई। भारत और मालदीव को यूपीआई से जोड़ने के लिए भी काम किया जाएगा।
दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के लिए भारत-मालदीव दृष्टिकोण को अपनाने की घोषणा की। मालदीव के तटरक्षक जहाज हुरवी की मरम्मत का काम भी भारत सरकार द्वारा निःशुल्क किया जाएगा।
मालदीव में रुपे कार्ड के लॉन्च के अलावा, दोनों नेताओं ने हनीमाधू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (एचआईए) के नए रनवे का भी उद्घाटन किया।
इससे पहले, मोहम्मद मुइज्जू और प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। मुइज्जू को 21 तोपों की सलामी दी गई और उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण भी किया।
मालदीव के राष्ट्रपति स्वागत समारोह के बाद, राजधाट गए जहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर अपनी श्रद्धांजलि दी।
मालदीव के राष्ट्रपति, प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद और एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगलवार को आगरा का दौरा करेंगे।
विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, मालदीव के राष्ट्रपति अपने देश के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां वे व्यापारिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।