ग्लोबल प्रोफेशनल सर्विस फर्म एओन की रिपोर्ट के मुताबिक, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल इंडस्ट्रीज में वेतन दोहरे अंक यानी 10 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, वित्तीय संस्थाओं में वेतन 9.9 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो दिखाता है कि नियोक्ता प्रतिभाओं को महत्व दे रहे हैं।
ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (जीसीसी) और टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स और प्लेटफॉर्म में वेतन क्रमश: 9.9 प्रतिशत और 9.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। टेक्नोलॉजी कंसल्टिंग और सर्विसेज में वेतन 8.1 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नौकरी छोड़ने की दर में गिरावट होने का अनुमान है। 2022 में यह 21.4 प्रतिशत, 2023 में 18.7 प्रतिशत थी। इस साल यह 16.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
एओन के भारत में पार्टनर और रिवार्ड सॉल्यूशंस के प्रमुख रूपंक चौधरी ने कहा कि यह स्टडी बताती है कि चुनौतीपूर्ण आर्थिक हालातों के बीच भारत में बिजनेस आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है। यह लाइफ साइंस, रिटेल इंडस्ट्रीज और मैन्युफैक्चरिंग में अनुमानित वृद्धि से स्पष्ट होती है।
यह स्टडी जुलाई और अगस्त में 40 इंडस्ट्री की 1,176 कंपनियों के डेटा का विश्लेषण कर तैयार की गई है।
फंड की ओर से कहा गया कि इस स्टडी का दूसरा चरण 2025 की शुरुआत में पब्लिश किया जाएगा, जिसमें दिसंबर और जनवरी में संग्रह किया हुआ डेटा होगा।
भारत में वेतन बढ़ने की वजह अर्थव्यवस्था का तेज होना है। वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2024-25 में यह 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है।