(शाश्वत तिवारी) नई दिल्ली। भारत की वित्तीय सहायता से नेपाल में शिक्षा एवं स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में नई परियोजनाओं पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास और नेपाल सरकार की परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों ने नेपाल में भारत सरकार की अनुदान सहायता के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पेयजल और संस्कृति क्षेत्रों में 12 एचआईसीडीपी परियोजनाओं के समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। भारत की ओर से उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं (एचआईसीडीपी) के तहत पहले से ही कई क्षेत्रों में प्रोजेक्ट्स प्रगति पर हैं। भारत ने पिछले दो दशकों में सामाजिक कल्याण और अन्य सार्वजनिक उपयोगिताओं के क्षेत्रों में पड़ोसी देश में 490 परियोजनाएं पूरी की हैं, जिनका लाभ प्रत्यक्ष रूप से नेपाल की आम जनता को मिला है।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के अनुसार हाल में जिन 12 परियोजनाओं के एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, उनकी कुल अनुमानित लागत 47.4 करोड़ नेपाली रुपये है। इन परियोजनाओं में नेपाल के विभिन्न प्रांतों में स्कूल भवन का निर्माण, मल्टीपर्पस फाउंडेशन बिल्डिंग, जलापूर्ति परियोजना, कृषि संवर्धन केंद्र के भवन का निर्माण, स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण, नेत्र चिकित्सालय में ऑपरेशन थियेटर भवन का निर्माण शामिल है। भारतीय दूतावास ने कहा इन परियोजनाओं के निर्माण से स्थानीय समुदाय को बेहतर शैक्षणिक, स्वास्थ्य देखभाल, पेयजल, कृषि उत्पाद भंडारण और सांस्कृतिक सुविधाएं प्रदान करने में मदद मिलेगी। वर्ष 2003 से भारत ने नेपाल में 563 से अधिक एचआईसीडीपी शुरू की हैं, जिनमें से 490 परियोजनाएं पूरी की जा चुकी हैं और शेष विभिन्न चरणों में चल रही हैं।
भारत और नेपाल करीबी पड़ोसी होने के नाते व्यापक और बहु-क्षेत्रीय सहयोग साझा करते हैं और भारत अपनी ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति का अनुसरण करते हुए नेपाल की सहायता के लिए हमेशा अग्रसर रहता है। एचआईसीडीपी का कार्यान्वयन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को बढ़ाकर नेपाल सरकार के लोगों के उत्थान के प्रयासों को बढ़ावा देने में भारत सरकार के निरंतर समर्थन को दर्शाता है।