साल 2012 में प्रतियोगिता के दौरान नरेंद्र मोदी जो उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया था, जिसके बाद वंतिका लगातार भारत के लिए मेडल जीत रही हैं।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद वंतिका ने बताया कि उन्हें ये याद था कि मेरा जन्मदिन 28 सितंबर को है, उन्होंने मुझसे पूछा आप जन्मदिन पर क्या करने वाली हो। मुझे बहुत ज्यादा खुशी हुई।
इसके साथ ही वंतिका ने पुराना किस्सा सुनाते हुए बताया कि जब मैं 9 साल की थी। गुजरात में नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा इवेंट का आयोजन करवाया था। उस समय मैंने एशियाई चैंपियनशिप जीती थी। उसमें मैंने दो गोल्ड मेडल जीते थे। उन्होंने मुझे उस कार्यक्रम में आमंत्रित किया और मुझे सम्मानित भी किया। मुझे इतनी ज्यादा प्रेरणा मिली थी कि मैंने सोच लिया था अब इंडिया के लिए खेलना है और देश के लिए हमेशा गोल्ड मेडल लाना है।
मोदी आर्काइव नाम के सोशल मीडिया अकाउंट से भी नरेंद्र मोदी और वंतिका अग्रवाल की पुरानी तस्वीर शेयर की गई। इसमें तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंतिका को सम्मानित किया था। इसके साथ ही पोस्ट में वंतिका की नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी भी शेयर की गई है।
इस पोस्ट में लिखा है, तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि शतरंज सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं है। उन्होंने 2012 में स्वामी विवेकानंद महिला शतरंज महोत्सव में 3,500 महिलाओं को प्रेरित किया। जिसमें 9 वर्षीय वंतिका अग्रवाल भी थीं, जो उस दिन उनसे मिलीं और बहुत प्रेरित हुईं। आज, वंतिका के पास भारत के लिए महिला ग्रैंडमास्टर और इंटरनेशनल मास्टर के फिडे खिताब हैं, उन्होंने हाल ही में बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता है।
वंतिका अग्रवाल ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान कहा कि आपकी प्रेरणा से प्रोत्साहित होकर ही शतरंज ओलंपियाड में जीतने की शक्ति मिली। उन्होंने पीएम मोदी को एक तस्वीर भेंट की। यह तस्वीर उस वक्त की थी, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्होंने गुजरात में एक शतरंज का बड़ा टूर्नामेंट करवाया था। उस टूर्नामेंट में वंतिका अग्रवाल भी शामिल हुई थीं। उन्होंने तब एशियन अंडर-9 प्रतियोगिता जीती थी।