भगवान राम तो देवताओं की रक्षा के लिए अपना महल छोड़कर वन में चले गए थे। ये आम आदमी पार्टी वाले तो आज भी सनातन का अपमान करते हैं और कल भी करते आए हैं। जो संविधान का अपमान कर रहे हैं उसको हल्के में नहीं लेना चाहिए।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के बगल में रखी गई खाली कुर्सी पर मनोज तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि आज आतिशी ने मुख्यमंत्री पद पर बैठने के बाद दिल्ली से एक भद्दा मजाक किया है। दिल्ली के जख्मों पर उन्होंने नमक छिड़का है। आज दिल्ली शराब घोटाले और राजस्व के लूट से परेशान है। बिजली और पानी के बड़े बिलों से परेशान हैं, बुजुर्गों की पेंशन बंद होने से परेशान हैं, गरीब राशन कार्ड नहीं बनने से परेशान है। एमसीडी और पीडब्ल्यूडी के नाले बंद होने से जनता परेशान है। इसका निदान करने के लिए जब दिल्ली की जनता आतिशी की तरफ आशा भरी नजरों से देख रही है, मैंने भी उनके मुख्यमंत्री बनने पर एक चिट्ठी लिखी है,उसमें भी यही सारी समस्याओं के बारे में बताया है, अब आप इन समस्याओं को दूर करें वह भी उतने समय में जितना समय आपके पास बचा हुआ है।
मनोज तिवारी ने आगे कहा कि आतिशी ने कह दिया मेरे बगल में एक खाली कुर्सी है, अब खाली कुर्सी पर कौन बैठा है? एक फिल्म मिस्टर इंडिया आई थी, क्या अरविंद केजरीवाल मिस्टर इंडिया की तरह वहां घड़ी पहनकर तो नहीं बैठ गए? अब जब आतिशी से आप सवाल करेंगे तो इसके जवाब देने की जिम्मेदारी कौन लेगा, क्योंकि अतिशी तो खाली कुर्सी दिखाकर अपनी जिम्मेदारी से भाग गई। कल यही बोलेंगे हमसे मत पूछिए मनोज तिवारी, इस खाली कुर्सी से पूछिए। दिल्ली के लोगों से बोलेंगे कि हमसे मत पूछिए खाली कुर्सी से पूछिए। यह आज संविधान के साथ एक अब बड़ा अपमानित करने वाला काम हुआ है और आतिश का यह कदम मुख्यमंत्री की पद पर बैठने की गरिमा को चुनौती देता है।
उन्होंने आगे कहा कि देश संविधान, कानून और नियमों से चलता है आपने जिस तरह से मुख्यमंत्री पद का मजाक बना दिया है मुझे लगता है कि राष्ट्रपति और उपराज्यपाल को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। क्योंकि आप के नेताओं अरविंद केजरीवाल और आतिशी ने हस्यास्पद स्थिति पैदा कर दी है। मुख्यमंत्री के ऊपर कोई नहीं हो सकता है। दिल्ली के लिए मुख्यमंत्री 76 हजार करोड़ का बजट लेकर बैठी हुई हैं। एक भी पैसा एलजी के साइन करने से नहीं जाता है। अगर आप जिम्मेदारी संभालने की जगह खाली कुर्सी दिखा रही है मैं समझता हूं कि वास्तव में यह संविधान और दिल्ली की जनता का अपमान है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि 26 -27 सितंबर को वो अपने संसदीय इलाके में रोजगार मेले का आयोजन करवाने जा रहे हैं। मैं अपने लोकसभा क्षेत्र के लोगों से प्रार्थना करता हूं कि मैं एक सांसद के रूप में टेक महिंद्रा के साथ मिलकर 26-27 सितंबर को अपनी लोकसभा में आपलोगों के लिए रोजगार मेला लगा रहा हूं। आपकी कुशलता और प्रतिभा के आधार पर सीधे आपका चयन नौकरी के लिए किया जाएगा। टेक महिंद्रा के लोग युवाओं का चयन करेंगे।