एनएसयूआई ने छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए रौनक खत्री को अपना उम्मीदवार बनाया है। उपाध्यक्ष पद पर यश नांदल एनएसयूआई के उम्मीदवार हैं। एनएसयूआई ने सचिव पद पर नम्रता जेफ मीना को मैदान में उतारा है। वहीं, संयुक्त सचिव के लिए लोकेश चौधरी को उम्मीदवार बनाया गया है। यह सभी उम्मीदवार अपना नामांकन दर्ज कर चुके हैं।
शुक्रवार को नाम वापस लेने की प्रक्रिया के पूरी होने के बाद आधिकारिक उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए मतदान 27 सितंबर को होगा। इसके अगले दिन 28 सितंबर को मतों की गिनती व नतीजों के रुझान सामने आएंगे। बीते वर्ष 2023 में हुए छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय की चार में से तीन सीटों पर जीत हासिल की थी।
एबीवीपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद जीता था। वहीं, एनएसयूआई उपाध्यक्ष का पद जीतने में कामयाब रही थी। पिछले 11 बरसों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 8 बार छात्र संघ अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है।
वहीं, एनएसयूआई की बात की जाए तो उन्हें इस दौरान 3 बार ही जीत मिल सकी है। आखिरी बार एनएसयूआई ने साल 2017 में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने इस बार अपने संगठन की 4-0 से जीत की उम्मीद जताई है।
उन्होंने कहा कि एनएसयूआई उम्मीदवारों के जीतने से दिल्ली विश्वविद्यालय के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नजर आएगी। वरुण चौधरी ने कहा कि हमें विश्वास है कि इस बार दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआई 4-0 से अपनी जीत दर्ज करेगी।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया, छात्रों के कल्याण के लिए एक स्पष्ट कार्ययोजना का अनावरण करगी। यह चुनाव असली छात्र मुद्दों को संबोधित करने और विश्वविद्यालय के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने के बारे में है। जैसे-जैसे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, एनएसयूआई एवं अन्य छात्र संगठन चुनाव को लेकर अपनी तैयारी तेज कर रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय में ज्यादातर एनएसयूआई और एबीवीपी के बीच सीधा मुकाबला रहता है। एनएसयूआई का कहना है कि वे छात्रों के कल्याण के लिए शनिवार को एक कार्ययोजना लॉन्च करेंगे। इसमें छात्र अनुभव को बेहतर बनाने और पारदर्शी, समावेशी नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट कदम उठाए जाएंगे।