नई दिल्ली ( शाश्वत तिवारी)। तूफान प्रभावित देशों के लिए भारत का ‘ऑपरेशन सद्भाव’ वरदान साबित हो रहा है। भारत सरकार ने यागी तूफान से प्रभावित देशों को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए रविवार को ऑपरेशन सद्भाव की शुरुआत की, जिसके तहत तूफान से जूझ रहे देशों को लगातार राहत सहायता भेजी जा रही है। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारत ने ऑपरेशन सद्भाव शुरू किया। टाइफून यागी से प्रभावित लोगों के साथ अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए भारत म्यांमार, वियतनाम और लाओस को सहायता भेज रहा है। भारतीय नौसेना के आईएनएस सतपुड़ा से 10 टन सहायता सामग्री, जिसमें सूखा राशन, कपड़े और दवाइयां शामिल हैं, म्यांमार के लिए रवाना हुई।
भारतीय वायु सेना वियतनाम के लिए जल शोधन सामग्री, पानी के कंटेनर, कंबल, रसोई के बर्तन, सौर लालटेन सहित 35 टन सहायता लेकर जा रही है। लाओस के लिए 10 टन सहायता सामग्री है, जिसमें जेनसेट, जल शोधन सामग्री, स्वच्छता संबंधी सामान, मच्छरदानी, कंबल और स्लीपिंग बैग शामिल हैं। लाओस स्थित भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारत ने लाओ पीडीआर को आपातकालीन बाढ़ राहत सहायता भेजी। ऑपरेशन सद्भाव के तहत, भारतीय वायु सेना के विमान में 10 टन राहत सामग्री लाई गई और भारतीय राजदूत प्रशांत अग्रवाल द्वारा लाओ पीडीआर के श्रम एवं सामाजिक कल्याण उप मंत्री को सौंपी गई। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा भारत प्रभावित देशों को मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) प्रदान करने वाले पहले प्रतिक्रियादाताओं में से एक रहा है। ऑपरेशन सद्भाव, आसियान क्षेत्र में एचएडीआर में योगदान करने के भारत के व्यापक प्रयास का हिस्सा है, जो इसकी दीर्घकालिक ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ के अनुरूप है।