पोर्ट ऑफ स्पेन (शाश्वत तिवारी)। त्रिनिदाद और टोबैगो में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रीय हिंदी सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें भारत सहित कैरेबियाई क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान, भाषाविद और हिंदी भाषा तथा भारतीय संस्कृति से जुड़े उत्साही लोगों ने हिस्सा लिया। पोर्ट ऑफ स्पेन स्थित भारतीय उच्चायोग ने 6-8 सितंबर के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस हिंदी सम्मेलन को आयोजित करने में अहम भूमिका निभाई, जिससे कैरेबियाई क्षेत्र में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार को गति मिलेगी। सम्मेलन का विषय ‘कैरेबियाई क्षेत्र में विदेशी भाषा के रूप में हिंदी के शिक्षण और सीखने की परंपरा’ था। इसे आयोजित करने में हिंदी फाउंडेशन ऑफ त्रिनिदाद और टोबैगो, राष्ट्रीय भारतीय संस्कृति परिषद (एनसीआईसी) तथा राष्ट्रीय पुस्तकालय एवं सूचना प्रणाली प्राधिकरण (एनएएलआईएस) ने सहयोग किया।
सम्मेलन के प्रतिभागियों को इस क्षेत्र के लोगों के बीच भाषा को और अधिक बढ़ावा देने और पुनर्जीवित करने के तरीके पर समृद्ध चर्चा और नेटवर्किंग में शामिल होने का अवसर मिला। इस दौरान भारत की सांस्कृतिक विरासत और पाककला की झलक भी देखने को मिली। भारतीय उच्चायोग ने एक बयान में कहा सम्मेलन में भारत और कैरेबियाई क्षेत्र के प्रतिष्ठित विद्वान, भाषाविद और हिंदी भाषा तथा भारतीय संस्कृति से जुड़े लोग एक मंच पर एक साथ आए। यह दुनिया के इस हिस्से में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए संवाद, सहयोग और आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करेगा। उच्चायोग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा भारत, गुयाना और सूरीनाम से आए हिंदी विद्वानों के सम्मान में दिवाली नगर में शानदार सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विदेश और कैरीकॉम मामलों के मंत्री अमेरी ब्राउन और त्रिनिदाद सरकार के निर्माण एवं परिवहन मंत्री रोहन सिनानन उपस्थित रहे।