लखनऊ, 18 सितंबर। उत्तर प्रदेश को ‘उद्यम प्रदेश’ बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 (यूपीआईटीएस-2024) के आयोजन के जरिए मील का पत्थर रखने जा रही है। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर को होने जा रहे मेगा इवेंट में उत्तर प्रदेश के विभिन्न सेक्टर्स को बड़े स्तर पर शोकेस किया जाएगा। इसी कड़ी में, प्रदेश की फूड प्रोसेसिंग केपेबिलिटीज को बड़े स्तर पर शोकेस करने की व्यापक तैयारी है। सीएम योगी के विजन अनुसार, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में प्रदेश की क्षमताओं को दर्शाने तथा खाद्य प्रसंस्करण व बागवानी से जुड़े उत्पादों के प्रमोशन के लिए 1,020 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में भव्य कॉन्सेप्च्युलाइज्ड पवेलियन का संचालन करने जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ जहां स्वयं विभिन्न मंचों से प्रदेश के उत्पादों की अक्सर ब्रांडिंग करते रहते हैं। जबकि, दूसरी तरफ शासन को निर्देशित कर विभिन्न आयोजनों के माध्यम से यहां के उद्यम, उद्यमियों और उत्पादों की ब्रांडिंग का अवसर भी उपलब्ध कराते हैं। इससे वैश्विक बाजार तक व्यापक पहुंच का मार्ग प्रशस्त होता है जिससे उत्तर प्रदेश की एक्सपोर्ट केपेबिलिटीज में बढ़ोत्तरी होती है। यह सीएम योगी की प्रदेश को ‘वन ट्रिलियन डॉलर’ की इकॉनमी बनाने की योजना का मार्ग भी प्रशस्त कर रहा है और यूपीआईटीएस-2024 भी इसकी एक कड़ी है।
सेक्टर फेवरिंग पॉलिसी समेत विभिन्न तथ्यों की दी जाएगी जानकारी
योगी सरकार यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2024 (यूपीआईटीएस) के माध्यम से राज्य के वैश्विक स्तर पर सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करने जा रही है। दुनिया के 72 देशों को खरीदार इस वैश्विक व्यापार महाकुंभ में हिस्सा लेंगे, जिससे न केवल वैश्विक बाजार में उत्तर प्रदेश के उत्पादों की मांग बढ़ेगी बल्कि इससे ब्रांड यूपी का वैश्विक स्तर पर प्रमोशन होगा। साथ ही, इससे प्रदेश के विभिन्न सेक्टर्स में तमाम प्रकार के निवेश के अवसर उत्पन्न होंगे जो आगे चलकर युवाओं के लिए रोजगार का मार्ग प्रशस्त करेंगे। ऐसे में, यूपीआईटीएस 2024 में 1,020 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले भव्य कॉन्सेच्युलाइज्ड पवेलियन के जरिए उत्तर प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की उपलब्धियों, निवेश के अवसरों समेत विभिन्न परियोजनाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा इस कार्य को पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही, प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में सेक्टर फेवरिंग पॉलिसी, इनसेन्टिव प्रोसीजर समेत तमाम परियोजनाओं की जानकारी देने का कार्य भी उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा किया जाएगा।
विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से लैस पवेलियन का होगा संचालन
परियोजना के अंतर्गत, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा आयोजन स्थल पर स्थापित किए जा रहे पवेलियन को विभिन्न सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। यहां 16 गुणा 10 फीट की एलईवी वीडियो वॉल के जरिए योगी सरकार की नीतियों का प्रचार होगा। वहीं, पचास इंच के आठ एलईडी वीडियो डिस्प्ले को भी यहां पवेलियन में स्थापित किया जाएगा। योजना के अंतर्गत बी2बी सेशंस के लिए वीवीआईपी लाउंज समेत पवेलियन को विभिन्न सुविधआओं से लैस किया जाएगा। यहां पर बागवानी व खाद्य प्रसंस्करण से जुड़े उत्पादों को भी शोकेस किया जाएगा। पवेलियन में बैनर, ब्रोशर समेत विभिन्न माध्यमों से जागरूकता का प्रसार किया जाएगा। फिलहाल, इन कार्यों को पूरा करने के लिए एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रकिया जारी है।