सीएम योगी ने बताया कि अब तक हम लोगों ने पिछले एक महीने के अंदर 10 जनपदों में ऐसे ही रोजगार मेले लगाए हैं। युवाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए उन्हें रोजगार के साथ जोड़ने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है और प्रधानमंत्री मोदी के विचार मिशन रोजगार को एक नई ऊंचाई प्रदान करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद कितना बदल चुका है। मुझे याद है, आज से पहले गाजियाबाद आते थे तो यहां की स्थिति क्या हुआ करती थी। यहां 10 वर्ष पहले गंदगी का अंबार लगा होता था। अवैध वसूली होती थी। आज गाजियाबाद एक स्मार्ट सिटी बन चुका है।
उन्होंने आगे कहा कि 12 लेन का दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ हाईवे आपके पास है। देश की पहली रैपिड रेल आपके पास है। मेट्रो की सेवा आपके पास है। एयरपोर्ट की सुविधा भी आपके पास है। हम लोग गाजियाबाद में एम्स का सेटेलाइट सेंटर भी बनाने जा रहे हैं। एम्स की स्वास्थ्य सुविधाएं गाजियाबाद में प्राप्त होंगी, इसके लिए हम लोग अपने प्रस्ताव को आगे बढ़ा चुके हैं। दूधेश्वर नाथ मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र के सुंदरीकरण की योजना भी जल्द शुरू होगी।
सीएम योगी ने अपने संबोधन के दौरान विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा। उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर तंज कसते हुए कहा कि नजर नहीं है, लेकिन नजारों की बात करते हैं, जमीन पर चांद-सितारों की बात करते हैं, वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले, भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं।
सीएम योगी ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दो लड़कों की जोड़ी गुमराह करने के लिए आई है। इन्होंने लूटने के सिवाय, अपने परिवार के सिवाय, किसी का कोई हित नहीं किया है। इन्होंने सत्य का दुरुपयोग किया है। वैसे ही जैसे किसी कालखंड में भस्मासुर ने किया था। केंद्र में कांग्रेस की सरकार हिंदुओं को दबाने के लिए सांप्रदायिक विरोधी कानून लाने का काम कर रही थी। उसी के नक्शे कदम पर सपा भी चल रही थी। समाजवादी पार्टी तो माफिया और अपराधियों की दुकान है। समाजवादी पार्टी वाले दुर्दांत माफिया और अपराधियों के सामने नाक रगड़ते थे। ये अपने संस्कार के अनुरूप धर्माचार्यों को माफिया बोलते हैं।
उन्होंने कहा कि औरंगजेब की आत्मा सचमुच इनके अंदर घुस चुकी है। इनके राज में व्यापारियों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ता था। आज मैं कह सकता हूं कि हमारे प्रदेश में बेटी भी सुरक्षित है और व्यापारी का भी सम्मान है। युवाओं के लिए रोजगार है। यूपी में पहली बार 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव हैं। निवेश के प्रस्ताव का मतलब है लगभग डेढ़ करोड़ नौजवानों को सीधे-सीधे नौकरी प्रदेश के अंदर ही मिलेगी।