राजीव चंद्रशेखर ने कहा ,यह अरविंद केजरीवाल का न्यू पॉलिटिकल मॉडल है, जिसके तहत उन्होंने इस्तीफा देकर आतिशी को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया है। अरविंद केजरीवाल राजनीति में यह कह कर आए थे कि भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति करूंगा। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन पर शराब घोटाले में लिप्त होने के आरोप लगे। यह साबित हो गया है कि वह जो कहते थे और जो करते हैं इसमें बहुत फर्क है। गिरफ्तारी के वक्त ही उनको इस्तीफा देना चाहिए था।
सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि वह शर्त के साथ जमानत पर बाहर हैं। उनके खिलाफ काफी सबूत है इसलिए वो इस्तीफा दे रहे है। मैं आतिशी को मुबारकबाद देता हूं लेकिन हम सब जानते हैं कि आतिशी का रिमोट कंट्रोल किसके हाथ में होगा? सब जानते है कि कौन सरकार चलाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि अरविंद केजरीवाल ही पीछे से सरकार को चलाते रहेंगे।
वहीं दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि, आम आदमी का चेहरा बदल गया है, उनका चरित्र नहीं बदला है। आतिशी मार्लेना मनीष सिसोदिया के दबाव में सीएम बनाई गई हैं। आप समझ सकते है कि विधायकों में कितना अंतर्विरोध है। आतिशी को आप के भ्रष्टाचारों का हिसाब देना होगा।
आतिशी कालका जी से विधायक हैं। 2020 में वह विधायक बनीं, 2023 में मंत्री और अब 2024 में वह दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सीएम केजरीवाल ने रविवार (15 सितंबर) को कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया था। केजरीवाल ने कहा था कि मेरे इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी का कोई नेता सीएम बनेगा। अगले दो-तीन दिन के अंदर विधायक दल की बैठक होगी। उसमें सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा।