शोहरतगढ़ के विधायक विनय वर्मा सरकार में सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) से विधायक हैं। उन्होंने शोहरतगढ़ और ढेबरुआ के थानाध्यक्ष पर अभ्रदता करने और इलाके में ड्रग्स माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। सिद्धार्थनगर की एसपी प्राची सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा है कि थानाध्यक्षों को उनके साथ भेदभाव और बात नहीं मानने का निर्देश दिया गया है।
पुलिस के रवैये से नाराज विधायक छह दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। उन्होंने बताया कि जिले की एसपी प्राची सिंह के तबादले को लेकर वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक से मिल चुके हैं।
दरअसल, पिछले दिनों शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन के दौरान ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई थी और उसमें आग लग गई थी। दुर्घटना में ट्रैक्टर ड्राइवर की मौत हो गई थी। विधायक ने ढेबरुआ थानाध्यक्ष पर जांच के दौरान कुछ आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया।
विधायक विनय वर्मा ने बताया कि वह छह दिन से धरने पर बैठे हैं। यहां की एसपी को हटाना और जिले को बचाना बहुत जरूरी है। जिला दलाली का अड्डा बना हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया, विधायक फोन करके किसी को हटाने की पैरवी कर रहा है तो कुछ नहीं हो रहा है, लेकिन अगर कोई आम आदमी लिफाफा लेकर पहुंच जाए तो उसके सामने विधायक की पैरवी बेकार है।
उन्होंने आगे कहा, इस मामले को लेकर भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष तक से बात हुई है। उन्होंने मेरी बातों को समझ कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात करने को कहा था। अगर, (पुलिस) कप्तान को नहीं हटाया जाता है तो मैं शांति से इसी तरह धरने पर बैठा रहूंगा और सरकार के बाकी के ढाई साल धरना जारी करूंगा।