गोरखपुर, 13 सितंबर। गुरु-शिष्य परंपरा के निर्वहन के साथ लोक कल्याण के लिए समर्पित नाथपंथ के विश्व प्रसिद्ध गोरक्षपीठ में गुरुजन के प्रति श्रद्धा समर्पण का साप्ताहिक समारोह शनिवार (14 सितंबर) से प्रारंभ होगा। युगपुरुष की उपाधि से विभूषित ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज और राष्ट्रसंत के रूप में ख्याति प्रतिष्ठित ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के पुण्य स्मरण का यह आयोजन गोरक्षपीठाधीश्वर की देखरेख में प्रतिवर्ष होता है। इस आयोजन में गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी ब्रह्मलीन महंतद्वय के विचारों के अनुरूप धर्म और राष्ट्र से जुड़े कार्यक्रम समानांतर चलेंगे। श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से धर्म के प्रकल्प को मजबूती मिलेगी तो सामयिक रूप से राष्ट्र को प्रभावित करने वाले विषयों पर सम्मलेन में विद्वतजन मंथन करेंगे। गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी 55वीं और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी की 10वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में होने वाले इस आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
14 से 21 सितंबर तक चलने वाले साप्ताहिक कार्यक्रमों की श्रृंखला के संबंध में जानकारी देते हुए गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि 14 सितंबर से श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ होगा जबकि समाज और राष्ट्र से जुड़े विषयों पर सम्मेलन 15 सितंबर से। श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञानयज्ञ में श्रद्धालुओं को श्रीमद्भागवत कथा का रसपान काशी से पधारे, कथाव्यास जगद्गुरु अनंतानंद काशीपीठाधीश्वर स्वामी डॉ. राम कमलदास वेदांती जी (श्रीराम मंदिर, गुरुधाम, वाराणसी) कराएंगे। श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ 14 सितंबर, शनिवार को अपराह्न 2:30 बजे से अखंड ज्योति व श्रीमद्भागवत महापुराण पोथी के शोभायात्रा के साथ होगा। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ और प्रतिष्ठित धर्माचार्य, साधु-संत तथा यजमानगण के साथ अखंड ज्योति तथा श्रीमद्भागवत महापुराण की भव्य शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर गर्भगृह से कथा स्थल (दिग्विजयनाथ स्मृति भवन) तक जायेगी। इस कथा श्रवण का पुण्य लाभ 20 सितंबर तक अपराह्न 3:00 बजे से सायं 6:00 बजे तक प्राप्त किया जा सकेगा।
सम्मेलन के उद्घाटन दिवस पर राज्यसभा के उपसभापति होंगे मुख्य अतिथि
योगी कमलनाथ ने बताया कि ब्रह्मलीन महंत द्वय की पावन स्मृति में उनके विचारों के अनुरूप समसायिक विषयों पर सम्मेलन का शुभारंभ 15 सितंबर को पूर्वाह्न 10:30 बजे से महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में होगा। इसके उद्घाटन दिवस पर रविवार (15 सितंबर) को ‘लोकतंत्र की जननी है भारत’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि हरिवंश नारायण सिंह उपसभापति, राज्यसभा उपस्थित रहेंगे। स्थानीय वक्ता प्रो. सदानन्द गुप्त पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ होंगे।
16 सितंबर को ‘विश्व की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बनने की ओर बढ़ता भारत’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. अमरेश दूबे, सेवानिवृत्त आचार्य, अर्थशास्त्र, जेएनयू, नई दिल्ली व स्थानीय वक्ता प्रो. हर्ष कुमार सिन्हा, आचार्य रक्षा एवं स्त्रातजिक अध्ययन विभाग, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय होंगे। 17 सितंबर को ‘सामाजिक समरसता: महायोगी गोरखनाथ और नाथपंथ के विशेष सन्दर्भ’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा, पूर्व अध्यक्ष, उच्च शिक्षा आयोग, प्रयागराज स्थानीय वक्ता डाॅ. पद्मजा सिंह प्राचीन इतिहास पुरातत्व एवं संस्कृत विभाग, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय होंगी। 18 सितंबर को ‘संस्कृत एवं भारतीय संस्कृति’ विषयक सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता प्रो. विनय कुमार पाण्डेय पूर्व अध्यक्ष, ज्योतिष विभाग एवं मानित निदेशक श्रीविश्वनाथ मन्दिर, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी और स्थानीय वक्ता के रूप में डाॅ. लक्ष्मी मिश्रा सह आचार्य एवं समन्वयक, संस्कृत विभाग, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय की सहभागिता होगी। 19 सितंबर को ‘भारतीय संस्कृति एवं गो-सेवा’ विषयक सम्मेलन में श्रीधराचार्य जी, महंतराघवाचार्य जी, डाॅ. राम विलास वेदांती अपने विचार व्यक्त करेंगे। इसके अलावा प्रतिदिन 10:40 बजे से होने वाले इस सम्मेलन में कई संत-महात्मा का सानिध्य प्राप्त होगा।
20 और 21 को श्रद्धांजलि सभा
पुण्य तिथि समारोह के आखिरी दो दिन श्रद्धांजलि सभा के नाम होंगे। 20 सितंबर को युगपुरुष महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में मुख्य अतिथि महंत बालकनाथ जी, महंत शेरनाथ जी, डाॅ. राम विलास वेदांती जी, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी संस्थाओं के संस्थाध्यक्ष तथा अनेक संत, महात्मा श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसी तरह 21 सितंबर को राष्ट्रसंत महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में मुख्य अतिथि महंत बालकनाथ जी, महंत शेरनाथ जी, डाॅ. राम विलास वेदांती जी, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा अनेक संत, महात्मा श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। श्रद्धांजलि सप्ताह समारोह में देश के अनेक विद्वान संत, महंत महात्मा, धर्माचार्य, समाजसेवी भाग लेंगे। श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ, सप्तदिवसीय सम्मलेन एवं श्रद्धांजलि सभा का लाइव प्रसारण गोरखनाथ मंदिर के फेसबुक पेज, एक्स (ट्विटर हैंडल) और यू-ट्यूब चैनल पर किया जायेगा।
श्रद्धालुओं के लिए गोरखनाथ मंदिर की तरफ से निशुल्क बस सेवा
- योगी कमलनाथ ने बताया कि गोरखनाथ मंदिर में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा सुनने वाले श्रद्धालुओं के लिये गोरखनाथ मंदिर की ओर से प्रतिदिन निशुल्क बस सेवा कथा स्थल तक लाने-ले जाने हेतु निर्धारित स्थानों से अपराह्न 2.00 बजे से उपलब्ध होगी। यह बस सेवा इन पांच रूटों से मिलेगी :-
- -लालडिग्गी पार्क, बाबा चैनसिंह मंदिर, इलाहीबाग, सूर्यकुंड ओवरब्रिज, रामलीला मैदान अंधियारी बाग होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक
- -मुंशी प्रेमचंद पार्क, टीडीएम चौराहा, रीड्स साहब धर्मशाला, शास्त्री चौक, गोलघर, धर्मशाला होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।
- -मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गिरधरगंज, छात्रसंघ चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, रेलवे स्टेशन महाराणा प्रताप तिराहा होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।
- -गीता गार्डेन, धर्मपुर तिराहा, पादरी बाजार पुलिस चौकी, खजांची चौराहा, स्पोर्ट्स कॉलेज राणी सती मंदिर, जंगल नकहा ओवरब्रिज, रामनगर चौराहा होते हुये गोरखनाथ मन्दिर तक।
- -महेसरा, बरगदवा, राजेंद्र नगर होते हुये गोरखनाथ मंदिर तक।