केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा विदेशी भूमि पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संबंध में दिए बयान की निंदा करता हूं। वह पहले भी इस तरह के विवादित बयान दे चुके हैं, जो निंदनीय है।”
उन्होंने अमेरिकी दौरे के दौरान राहुल गांधी की इल्हान उमर से हुई मुलाकात पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “इल्हान उमर पाकिस्तान परस्ती के लिए जानी जाती हैं। इल्हान उमर का पाकिस्तान के प्रति हमेशा से ही नरम रुख रहा है। यही नहीं, वह जम्मू-कश्मीर के भारत का हिस्सा होने पर भी सवाल उठा चुकी है, लेकिन हैरानी की बात है कि राहुल गांधी इल्हान उमर जैसे शरारती तत्वों से भी मुलाकात कर रहे हैं। वह भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने वाले लोगों से लगातार मिल रहे हैं। ताज्जुब की बात है कि ऐसे लोगों के साथ राहुल गांधी को लगातार अपनी मित्रता प्रगाढ़ करने में कोई हर्ज नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अब यह कहने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए कि राहुल गांधी भारत के विरोध में विदेशी मंच पर एक प्रोपेगेंडा तैयार कर रहे हैं। राहुल गांधी लगातार वैश्विक मंच पर भारत के संबंध में विवादित बयान दे रहे हैं। लेकिन, हैरानी की बात है कि पूरी कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के साथ एकजुट खड़ी है।”
उन्होंने कहा, “राहुल गांधी यहां तक कह रहे हैं कि भारत एक खास समुदाय के लोगों के लिए एक सुरक्षित जगह नहीं रह गई है। यहां लोगों को धार्मिक आजादी नहीं मिल पा रही है। उन्हें धार्मिक मान्यताओं का पालन करने की इजाजत नहीं मिल पा रही है। इस तरह के झूठे दावे लगातार राहुल गांधी वैश्विक मंच से कर रहे हैं। इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। कांग्रेस नेता अमेरिकी दौरे के दौरान लगातार यह दावा कर रहे हैं कि भारत में बड़ी संख्या में जातिवादी हैं, जो कि अपनी जातिवादी मानसिकता को विस्तारित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें राष्ट्रहित से कोई लेना-देना नहीं है। राहुल गांधी लगातार इस तरह के झूठे दावे और वादे भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने के मकसद से कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि जो लोग अलग जम्मू-कश्मीर की मांग कर रहे हैं, उनसे भी राहुल गांधी मुलाकात कर रहे हैं। वह यह दावा कर रहे हैं कि भारत के लोग अच्छे नहीं हैं। भारत में प्रतिभावान लोगों की इज्जत नहीं है, इस तरह के झूठे दावे लगातार राहुल गांधी की ओर से किए जा रहे हैं। जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
मालूम हो कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे पर हैं, जहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी है। राहुल ने अमेरिका में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कहा कि वहां सिख समुदाय के लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं को मानने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा, आरएसएस लोगों के बीच में भाषा और राज्यों की विभिन्न संस्कृति को आधार बनाकर भेदभाव की जड़ों को मजबूत करने का प्रयास कर रहा है। इस तरह के बयानों पर भाजपा ने राहुल गांधी की कड़ी आलोचना की है।