22 अक्टूबर और 24 अक्टूबर, 2018 के बीच, न्यूयॉर्क और वाशिंगटन और फ्लोरिडा में कई स्थानों पर संदिग्ध पैकेज प्राप्त हुए

 पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को संदिग्ध पैकेटों के जरिए बम भेजने वालों को पकड़ने के लिए संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआइ) ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी है। एफबीआइ ने एक बयान में कहा, ’22 अक्टूबर और 24 अक्टूबर, 2018 के बीच, न्यूयॉर्क और वाशिंगटन और फ्लोरिडा में कई स्थानों पर संदिग्ध पैकेज प्राप्त हुए। पैकेज को क्वांटिको और वर्जीनिया में एफबीआई प्रयोगशाला में विश्लेषण के लिए भेजा जा रहा है। यह जांच एफबीआइ के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।’

एफबीआइ के निदेशक क्रिस्टोफर राय ने कहा, ‘हमने एफबीआइ की पूरी ताकत और अपने सहयोगियों ज्‍वॉइन्‍ट टेररिज्‍म टास्‍क फोर्सेस के साथ मिलकर काम किया है। हम इन पैकेजों को भेजने के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को पहचानने और गिरफ्तार करने का काम करना जारी रखेंगे।’ उन्‍होंने कहा कि अगर किसी के पास भी इन संदिग्‍ध पैकेटों को भेजने वालों के जुड़ी कोई जानकारी है, तो वह एफबीआइ से संपर्क कर सकता है। जानकारी देने में बिल्‍कुल भी संकोच ना करें। इस जांच में हमारी मदद करने के लिए जानकारी का कोई टुकड़ा बहुत छोटा नहीं है।’

हाल ही में बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन को संदिग्ध पैकेटों के माध्यम से बम भेजने का मामला प्रकाश में आया। यह जानकारी बुधवार को अमेरिका की सीक्रेट सर्विस ने दी। एक टीवी चैनल के मुताबिक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी इस संबंध में जानकारी दी गई है। इसी सप्ताह डेमोक्रेटिक पार्टी के मुख्य दानकर्ता और अरबपति जार्ज सोरोस के घर भी इसी तरह का संदिग्ध पैकेट भेजा गया था। अब जांच एजेंसियां तीनों जगह भेजे गए पैकेटों के तार जोड़ने की कोशिश में लग गई हैं।

बयान में कहा गया कि नियमित डाक जांच प्रक्रिया के दौरान इन पैकेटों की तत्काल संभावित विस्फोटक उपकरण के रूप में पहचान कर ली गई। ये पैकेट ओबामा या हिलेरी में से किसी ने नहीं लिए और न ही ऐसा कोई खतरा था कि ये पैकेट सीधे उन तक पहुंच पाते। जांच एजेंसी ने बताया कि ओबामा को भेजा गया पैकेट जहां बुधवार सुबह वाशिंगटन डीसी में पकड़ा गया। जबकि क्लिंटन दंपती को भेजा गया पैकेट मंगलवार को पकड़ गया था। इन संदिग्ध पैकेटों को पकड़ने के बाद सीक्रेट सर्विस ने मामले की आपराधिक जांच शुरू कर दी है।

अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी (एफबीआइ) ने न्यूयार्क के उपनगरीय इलाके चैपक्का में पूर्व प्रथम महिला हिलेरी क्लिंटन को भेजे गए पैकेट में विस्फोटक की बात स्वीकार की है। बता दें कि वर्ष 2010 में राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के पद छोड़ने के बाद क्लिंटन दंपती यहां से 48 किमी दूर चैपक्का में रहने लगे थे। इस मामले में व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी सराह सैंडर्स ने बताया कि हम ओबामा, क्लिंटन और दूसरे लोगों पर हमलों के प्रयासों की कड़ी निंदा करते हैं। जो कोई भी इनके लिए जिम्मेदार होगा, उसे कानून के अनुसार सजा दी जाएगी। अमेरिका की सीक्रेट सर्विस और दूसरी जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं।

अमेरिकी मीडिया हाउस सीएनएन के न्यूयार्क ब्यूरो में भी पैकेट के अंदर बम डिवाइस मिलने का भी पता चला है। इस संबंध में न्यूयार्क पुलिस ने कहा कि टाइम वार्नर सेंटर में जांच के लिए पुलिस और बम निरोधक दस्ते को भेजा है। टाइम वार्नर सेंटर में ही सीएनएन ब्यूरो का आफिस है। टाइम वार्नर सेंटर के मेल रूम में मिले इस पैकेट के अंदर बम डिवाइस है। उसमें तार और पाइप लगे हैं। सीएनएन के प्रेसिडेंट जेफ जुकर ने बताया कि आशंका को देखते हुए विश्व में मौजूद सीएनएन के सभी कार्यालयों की तलाशी ली जा रही है।

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