निर्मला सीतारमण का जन्म 18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उन्होंने तिरुचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की पढ़ाई की। वैश्विक आर्थिक विषयों में गहरी रुचि रखने वाली निर्मला सीतारमण ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर डिग्री हासिल की। निर्मला सीतारमण की शैक्षणिक योग्यता और उनकी उभरती हुई राजनीतिक शख्सियत ने उन्हें वैश्विक मंच पर एक अलग पहचान दिलाई। भारतीय राजनीति में कदम रखने से पहले सीतारमण कॉर्पोरेट क्षेत्र में एक सफल पेशेवर रही है।
भाजपा के बैनर तले 2006 में निर्मला सीतारमण के सियासी सफर की शुरूआत हुई। हाजिरजवाबी और बेहतर संवाद शैली की वजह से निर्मला सीतारमण पार्टी में तरक्की की सीढ़ियां चढ़ती गई। पार्टी ने उनकी बौद्धिक प्रखरता का सम्मान करते हुए पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया और प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी।
तमाम मीडिया प्लेटफॉर्म पर पार्टी का पुरजोर तरीके से पक्ष रखते हुए उन्होंने बहस को समृद्ध बनाने का काम किया। विपक्ष में रहते हुए बतौर पार्टी प्रवक्ता अपनी धारदार तर्क शैली से यूपीए सरकार की आर्थिक नाकामियों और नीतिगत खामियों को उजागर किया। 2014 में मोदी सरकार में उन्हें जगह मिली। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार मंत्री बनाया गया। इस दौरान बतौर मंत्री उन्होंने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों का बचाव किया, जिसमें नोटबंदी और जीएसटी समेत तमाम फैसले शामिल थे।
2017 में निर्मला सीतारमण भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। बतौर रक्षा मंत्री चीन के साथ डोकलाम गतिरोध समेत कई मुद्दों पर सरकार के लिए संकटमोचक की भूमिका में रही। सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरने वाली देश की पहली महिला रक्षा मंत्री के रूप में उनके नाम अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है। उनको अरुण जेटली की जगह रक्षा मंत्री बनाया गया। साल 2017 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद किसी महिला को रक्षा मंत्रालय ने कार्यभार संभाला था।
मोदी सरकार का हिस्सा बनने के बाद उनका सियासी सफर आज भी बदस्तूर जारी है। आज की तारीख में वह सत्ता के केंद्र बिंदु साउथ ब्लॉक में आमाद दर्ज कराना वाली देश की सबसे ताकतवर महिला शख्सियत है। नेपथ्य और लोकप्रियता से कोसों दूर रहकर सरकार को एजेंडे को अंजाम तक पहुंचाना निर्मला सीतारमण की कार्यशैली का अटूट हिस्सा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नाम लगातार सात बजट पेश करने का अनोखा रिकॉर्ड दर्ज है।