लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को स्वच्छ प्रदेश बनाने का संकल्प लिया है और नगर विकास विभाग उनके इस संकल्प को पूरा करने में गंभीरता से जुटा हुआ है। इसी क्रम में शनिवार को स्थानीय नगरीय निकाय निदेशालय में अपर जिलाधिकारी (एडीएम) और स्थानीय निकायों के प्रभारी अधिकारियों (ओसी) के लिए एक व्यापक समीक्षा एवं ओरिएंटेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में नगर विकास के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) और इससे जुड़े अन्य अभियानों पर विशेष जोर दिया गया। इस कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन की गहन समीक्षा की गई और एडीएम की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। विशेष रूप से स्वच्छ सर्वेक्षण 2024, कचरा मुक्त शहर (जीएफसी) पहल और खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) प्रोटोकॉल्स में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की गई। इन कार्यक्रमों के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रभावी कार्यान्वयन और निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया।
पहलों के लिए धन के उपयोग की भी हुई समीक्षा
इस कार्यशाला की अध्यक्षता नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने की। कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन शहरी (एसबीएम-यू) के तहत की गई प्रगति की विस्तृत समीक्षा भी की गई। इस दौरान एमआरएफ, कम्पोस्ट पिट्स, ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू) संयंत्र, सार्वजनिक और सामुदायिक शौचालय (पीटी/सीटी) और प्रयुक्त जल प्रबंधन जैसे मुख्य क्षेत्रों पर चर्चा की गई। इन पहलों के लिए धन के उपयोग की भी समीक्षा की गई। एसबीएम से संबंधित चर्चाओं के अलावा, एडीएम को राज्य सरकार की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना, आकांक्षी नगर योजना, नमस्ते योजना, मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना, पार्क एडॉप्शन नीति, कान्हा गौशाला, अंत्येष्टि स्थल, और उपवन योजना, वंदन योजना, मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट योजना शामिल रही।
प्रस्तुत किया विस्तृत रोड़मैप
प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने शहरी विकास विभाग के लिए एक विस्तृत रोडमैप प्रस्तुत किया, जिसमें भविष्य की दिशा और लक्ष्यों का उल्लेख किया गया। इसके बाद, स्थानीय नगरीय निकाय निदेशक अनुज कुमार झा ने प्रशासनिक मुद्दों और जिले स्तर पर शहरी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में जिला परियोजना प्रबंधकों (डीपीएम) और जिला समन्वय अधिकारियों (डीसीओ) की भूमिकाओं पर चर्चा की। कार्यशाला में सचिव नगर विकास अजय शुक्ला, अपर निदेशक स्थानीय नगरीय निकाय निदेशालय ऋतु सुहास, विशेष सचिव नगर विकास अरुण प्रकाश और एमबी सिंह उपस्थित थे।