1 अगस्त, लखनऊ। वैसे तो सीएम योगी अपने सार्वजनिक जीवन के विषय में बहुत सारी बातें कई बार कह चुके हैं, लेकिन विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान गुरुवार को एक वक्त ऐसा भी आया जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजनीति में आने के अपने उद्देश्य के बारे में भी सदन के सदस्यों को बताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जनता जनार्दन की सेवा करते हुए उन्हें किन लोगों से लड़ाई लड़नी पड़ रही है। सीएम योगी ने कहा “मैं यहां नौकरी करने नहीं आया हूं।” इस दौरान उन्होंने यह भी साफ किया कि राजनीति में उन्हें कोई प्रतिष्ठा नहीं चाहिए।
विधानसभा में अनुपूरक बजट पर बोलते हुए सीएम योगी सपा समेत समूचे विपक्ष को आईना दिखाते हुए बताया कि राजनीति में जनता की सेवा और सुरक्षा ही सबसे बड़ा धर्म है। इसमें किन लोगों से उन्हें लड़ना पड़ रहा है इस बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा “प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले, बेटी और व्यापारी की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले और अराजकता फैलाकर आम आदमी जीवन मुहाल करने वाले लोगों से लड़ने के लिए आया हूं। जो ऐसा करेगा वो भुगतेगा भी।”
सीएम योगी ने कहा “ये हमारी सामान्य लड़ाई नहीं है, न ही ये प्रतिष्ठा की भी लड़ाई नहीं है। मुझे प्रतिष्ठा प्राप्त करनी होती तो इससे ज्यादा प्रतिष्ठा मुझे अपने मठ में मिल जाती।” उन्होंने बोल्डोजर पर बोलते हुए कहा कि बुल्डोजर निर्दोष के लिए नहीं बल्कि अपराधियों के लिए है। बुल्डोजर से सिर्फ अपराधी डरते हैं और उन्हें डरना भी चाहिए।