लखनऊ (ब्यूरो): नीट पेपर लीक मामले को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा सरकार पर हमलावर है। पूरे देश में नीट यूजी पेपर लीक को लेकर विवाद चल रहा है। छात्र और विपक्षी दल देश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं वही उत्तर प्रदेश में छात्रों की नाराजगी के साथ ही विपक्ष भी सवाल खड़े कर रहा है। समाजवादी पार्टी के नेता रज्जन पांडे (305 इटवा विधानसभा) ने नीट और अन्य परीक्षा पेपर लीक के मामले पर सवाल उठाया है। उन्होंने सरकार से सख्त कदम उठाने और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की है, ताकि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ न हो।
समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य रज्जन पांडे ने कहा कि भाजपा सरकार में विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में बना हुआ है। धांधली चरम पर है और जितनी भी परीक्षाएं हुई उनमें खुलकर भ्रष्टाचार हुआ है बेईमानी हुई है जिससे युवाओं का विश्वास बीजेपी सरकार से उठ गया है और आने वाले समय में जनता ही इन्हें सत्ता से उखाड़ फेंकेगी।
बता दें की केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देश के बाद मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिया है। वही दूसरी तरफ बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने भी पांच और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सुप्रीम कोर्ट में मामला पहुंचने के बाद जिन 1,563 छात्रों ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए गए थे, उनके लिए रविवार को दोबारा परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें उनमें से केवल 813 परीक्षार्थी शामिल हुए। इन अभ्यर्थियों को पांच मई को परीक्षा शुरू होने में देरी के कारण छह केंद्रों पर समय की हानि की भरपाई के लिए एनटीए ने ग्रेस मार्क्स दिए थे। आरोप हैं कि इससे अंकों में वृद्धि हुई और ग्रेस मार्क्स पाने वाले हरियाणा के एक ही केंद्र के छह परीक्षार्थियों समेत कुल 67 परीक्षार्थियों ने 720 अंक हासिल किए। इस साल लगभग 24 लाख में से 13 लाख से अधिक परीक्षार्थी नीट-यूजी में उत्तीर्ण हुए, जिन्हें लगभग 1.8 लाख एमबीबीएस/दंत चिकित्सा सीटों पर दाखिला दिया जाना है।