राघवेन्द्र प्रताप सिंह : भारत जैसे युवा प्रधान देश में इंडियन एयरफोर्स में फाइटर जेट पायलट बनने का सपना देश के हजारों युवा देखते हैं लेकिन भारतीय वायुसेना में कठिन चयन प्रक्रिया और तगड़े कॉम्पिटीशन से गुजरकर कम ही लोग यह सपना पूरा कर पाते हैं। यह उपलब्धि तब और भी खास हो जाती है जब कोई फाइटर पायलट बनने वाला अपने प्रदेश का पहला शख्स हो। यह उपलब्धि सिक्किम के प्रतीक प्रधान ने हासिल की है। प्रतीक सिक्किम के पहले युवा हैं, जो भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट बना है।
प्रतीक का 2022 में सैन्य अधिकारी परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल करने से लेकर भारतीय वायुसेना में 15 महीने का प्रशिक्षण पूरा करने तक का सफर महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने चेन्नई में सैन्य अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग हासिल की। उन्होंने अपने तीन महीने के ट्रेनिंग पीरियड के दौरान वायुसेना के फ्लाइंग ऑफिसर के लिए कठिन परीक्षा पास की। इसके बाद वह जनवरी 2023 में हैदराबाद स्थित वायुसेना एकेडमी में शामिल हुए। सिक्किम के सदाम सनताले/मेली निवासी प्रतीक प्रधान का जन्म एक मास्की परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम महेंद्र प्रधान और मां का नाम कुंती प्रधान है।
प्रतीक प्रधान का सैन्य अधिकारी कोर्स के लिए चयन एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम के माध्यम से हुआ था। एनसीसी स्पेशल एंट्री के जरिए सेना में भर्ती होने के लिए एनसीसी सी सर्टिफिकेट होना चाहिए। साथ ही ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है। एनसीसी स्पेशल एंट्री स्कीम में एनडीए या सीडीएस की तरह लिखित परीक्षा नहीं पास करनी होती। इसकी बजाए सीधे एसएसबी इंटरव्यू होता है।