लखनऊ। योगी सरकार बेहतर शिक्षा के साथ विद्यार्थियों को हर तरह की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता से आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित समस्त छात्रावासों में आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ कर मानक के अनुरूप संचालित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। यही नहीं, आधारभूत सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए समस्त छात्रावासों को 2-2 लाख एवं सर्वोदय छात्रावासों को 5-5 लाख की धनराशि समान रूप से प्रदान करते हुए विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर आवश्यकतानुरूप बजट उपलब्ध कराने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं।
अन्य राज्यों के मापदंडों का हो रहा अध्ययन
समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने कहा कि छात्रावासों के भवन के आधारभूत ढांचे को मजबूत करते हुए उनमें मेस, शौचालय जैसी सुविधाएं मानक के अनुरूप प्रदान की जाएं। साथ ही विभाग अन्य राज्यों द्वारा इसके लिए अपनाए जा रहे मापदंडों का भी अध्ययन कर रहा है जिसके आधार पर चरणबद्ध रूप से सभी छात्रावास मॉडल के रूप में संचालित किए जाएंगे।उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा संचालित बाबू जगजीवन छात्रावास योजना के अंतर्गत रुपए 3 लाख प्रति छात्र की दर पर प्रदेश को जौनपुर में 1, फिरोजाबाद-3, हाथरस-1, एवं सुल्तानपुर में 1 छात्रावास का भी निर्माण किए जाने की स्वीकृति एवं प्रथम किस्त की धनराशि रुपए 307.50 लाख प्राप्त हुई है।
125 करोड़ का किया प्रावधान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा के साथ बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके अंतर्गत मुख्यमंत्री जी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में छात्रावासों के सुदृढ़ीकरण हेतु 125 करोड़ का प्रावधान किया है। मालूम हो कि समाज कल्याण विभाग द्वारा विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान किए जाने के उद्देश्य से प्रदेश में 221 छात्रावास संचालित किए जा रहे हैं। इनमें आवासीय सुविधा के साथ, फर्नीचर, विद्युत की सुविधा विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रदान की जा रही है।
बैठक में प्रमुख सचिव, समाज कल्याण डॉ. हरिओम, सचिव समीर वर्मा, निदेशक कुमार प्रशांत एवं एमडी, अनुगम राधेश्याम उपस्थित रहे।