हिंदू पंचांग के अनुसार 6 जून 2024 को वट सावित्री व्रत, शनि जयन्ती, दर्श अमावस्या, अन्वाधान, ज्येष्ठ अमावस्या है. इस पंच पर्व को पंचांग समृद्ध दिन भी माना जा रहा है. वट सावित्री व्रत विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की दीर्घायु और सुख-संपन्न जीवन के लिए मनाया जाता है. शनि जयंती भी इसी दिन है. भगवान शनि, न्याय और कर्म के देवता का जन्मोत्सव है. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भक्त शनि पूजा करते हैं. दर्श अमावस्या वर्ष की दूसरी अमावस्या है, जिसे ‘निर्जला अमावस्या’ के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन लोग निर्जला व्रत रखते हैं और पवित्र स्नान करते हैं. अन्वाधान महीने की पहली अमावस्या के बाद आने वाली तिथि है. इस दिन लोग दान-पुण्य करते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. ज्येष्ठ अमावस्या ज्येष्ठ मास की अमावस्या है. इस दिन लोग पितरों का श्राद्ध करते हैं और गंगा स्नान करते हैं.
यह पंच पर्वों का संगम 6 जून 2024 को एक विशेष दिन बनाता है. ज्योतिष के जानकारों केअनुसार अगर आप इस दिन अपनी राशि के अनुसार मंत्र का जाप करते हैं तो आपकी मनोकामना पूर्ण हो सकती है. किस राशि के जातक को 6 जून को किस मंत्र का जाप करना चाहिए आइए जानते हैं.
मेष राशि
ॐ गणेशाय नमः
ॐ सूर्याय नमः
वृष राशि
ॐ शिवाय नमः
ॐ चंद्राय नमः
मिथुन राशि
ॐ विष्णुवे नमः
ॐ बुधाय नमः
कर्क राशि
ॐ चंद्राय नमः
ॐ गुरुवे नमः
सिंह राशि
ॐ सूर्याय नमः
ॐ राहुवे नमः
कन्या राशि
ॐ बुधाय नमः
ॐ केतवे नमः
तुला राशि
ॐ शुक्राय नमः
ॐ शनिदेवाय नमः
वृश्चिक राशि
ॐ मंगलाय नमः
ॐ गुह्याय नमः
धनु राशि
ॐ गुरुवे नमः
ॐ विष्णुवे नमः
मकर राशि
ॐ शनिदेवाय नमः
ॐ शनाय नमः
कुंभ राशि
ॐ शनिदेवाय नमः
ॐ राहुवे नमः
मीन राशि
ॐ गुरुवे नमः
ॐ नेपच्यूनदेवाय नमः
तो आप अपनी राशि के अनुसार 6 जून को बन रहे शुभ संगम पर सही मंत्र का जाप करके पूर्ण लाभ पा सकते हैं. हिंदू धर्म में हर व्रत-त्योहार, मंत्र और पूजा का खास महत्व होता है. अगर आप वट सावित्री व्रत, शनि जयन्ती, दर्श अमावस्या, अन्वाधान, ज्येष्ठ अमावस्या का पुण्य फल पाना चाहते हैं तो इस दिन सही विधि विधान से पूजा अर्चना करें.