कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्वाचन आयोग ने यहां छह जून तक केंद्रीय बलों की 400 कंपनियां तैनात रखने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनाव बाद संभावित हिंसा की खुफिया इनपुट मिलने के बाद यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि एक जून को मतदान होने के बाद केंद्रीय बल के आधे जवान यहां से चले जाएंगे लेकिन छह जून तक 400 कंपनियां यहां तैनात रहेंगी।
अधिकारी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की बटालियन यहां तैनात रहेंगी।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया है कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा के लंबे रिकॉर्ड को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। फिलहाल पूरे राज्य में केंद्रीय बलों की 1020 कंपनियां चुनाव के दौरान तैनात की गई थीं। इसके बावजूद कई क्षेत्रों में चुनावी हिंसा की गतिविधियां होती रही हैं। स्थानीय पुलिस पर लोगों को बिल्कुल भी भरोसा नहीं है और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की वजह से डर का माहौल है। कई इलाकों में लोग चुनाव बाद घर छोड़कर चले जाने को मजबूर हो सकते हैं। ऐसी खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद ही मतदाताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
इस बीच, कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार रात हावड़ा ब्रिज के पास जांच के दौरान चार बाइक सवार लोगों से 10 लाख रुपये से अधिक नकदी बरामद की। पुलिस ने बताया कि उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के तहत एक जून को पश्चिम बंगाल की दमदम, बारासात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, डायमंड हार्बर, जादवपुर, कोलकाता दक्षिण और कोलकाता उत्तर सीट पर मतदान जारी है। इसके साथ ही कई इलाकों से लगातार हिंसा की खबरें भी आ रही हैं।