राजकोट। राजकोट कालावड रोड पर टीआरपी गेम जोन में लगी आग की घटना में अब तक 27 मृतकों और कुछ लापता लोगों की सूची जारी की गई है। बीती रात हुए इस हादसे के बाद सुबह होते ही मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल राज्य के आला अधिकारियों के साथ राजकोट पहुंचे। उनके साथ गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी समेत राज्य के वरिष्ठ आधिकारी भी थे। घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम रविवार सुबह तक जारी रहा। घटनास्थल के बाद मुख्यमंत्री राजकोट सिविल हॉस्पिटल जाकर घायलों से मिले और उनके इलाज के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
राजकोट के कालावड रोड पर टीआरपी गेम जोन में शनिवार शाम लगी आग में अभी तक 28 लोगों की मौत की खबर है। हालांकि कई अन्य लोग अभी लापता है। मलबा से मिले शवों की हालत इतनी खराब है कि उनकी शिनाख्त भी किया जाना मुश्किल हो रहा है। प्रशासन ने परिजनों के डीएनए टेस्ट शुरू किया है, जिससे उन्हें शवों को सौंपा जा सके। कोरोना के समय राजकोट सिविल हॉस्पिटल में जिस जगह कोविड वार्ड था, उसी जगह पर डीएनए सैम्पल लिए जा रहे हैं। रविवार सुबह 4.30 बजे एयर एम्बुलेंस के जरिए 25 डीएनए गांधीनगर भेजा गया। अब 48 घंटे के बाद रिपोर्ट आएगी।
जूनागढ़ से भी कई लोग अपने स्वजनों की तलाश में राजकोट पहुंच रहे हैं। एम्स राजकोट में 16 शव कोल्ड स्टोरेज में रखे गए हैं, वहीं 11 शवों को राजकोट सिविल हॉस्पिटल के कोल्ड स्टोरेज में रखा गया है। आग की घटना के बाद सबसे बड़ी समस्या रेस्क्यू की थी। बुलडोजर से रास्ता साफ करने का प्रयत्न किया गया, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली तो पूरा शेड ध्वस्त करने का निर्णय किया गया। इसके लिए सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के 5 बुलडोजर काम पर लगाए गए। शेड तोड़ने का काम सुबह तक चला।
सीढ़ी की वेल्डिंग के दौरान उठी चिंगारी से भभकी आग
टीआरपी गेम जोन में आग लगने की घटना के कई कारण बताए जा रहे हैं। फायर अधिकारियों का मानना है कि सीढ़ी की वेल्डिंग के दौरान उठी चिंगारी से ब्लास्ट और इसके बाद आग भड़ग गई। आग इतनी विकराल थी कि एक मिनट के अंदर ही तीसरी मंजिल तक पहुंच गई। गेमिंग जोन में रबर-रेक्जिन की फ्लोरिंग थी। इसके अलावा बच्चों के कार के लिए 2500 लीटर डीजल रखा गया था। कार जोन के चारों ओर हजार से अधिक टायरों को कलर कर रखा गया था। लोहे और टीन के स्ट्रक्चर में थर्मोकोल की शीट से पार्टीशन के कारण आग महज कुछ ही सेकेंड में तेजी से फैल गई। बच्चों और अन्य लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। तीसरी मंजिल से लोग बचाओ बचाओ चिल्लाने लगे, लेकिन अंदर जाकर रेस्क्यू करना संभव नहीं था।
युवराज सिंह समेत 11 लोग गिरफ्तार
घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। राजकोट टीआरपी गेम जोन के मालिकों में से एक युवराज सिंह सोलंकी को राजकोट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अन्य मालिकों का उनके घरों पर तलाश की जा रही है। राहुल राठौड़ नाम के भागीदार की देखरेख में वेल्डिंग का काम चल रहा था, जिसकी चिंगारी से पूरा गेमजोन खाक हो गया। राहुल मूल गोंडल का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार युवराज सिंह टीआरपी गेमजोन का मालिक है। कारोबार में वह 15 फीसदी का भागीदार है। जबकि मुख्य मालिक प्रकाश जैन बताया गया है, जो कि राजस्थान का निवासी है। एक अन्य भागीदार राहुल राठौड़ इंजीनियर है, जो कि मेंटिनेंस का काम संभालता था। प्रकाश और राहुल अभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं। योगेश पाठक और नीतिन जैन गेम जोन में प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे। वहीं जिस जमीन पर गेम जोन चल रहा था, उसका मालिक गिरीराज सिंह जाडेजा है।