देश के निर्माण क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा लखनऊ का लाइट हाउस प्रोजेक्ट

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के शहरी गरीब परिवारों के लिए रविवार का दिन यादगार बन गया। अपने आशियाने का सपना देख रहे 1040 परिवारों को आखिरकार प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के अंतर्गत उनके सपनों का घर मिल गया। पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम योगी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार की ओर से जब लाभार्थियों को उनके अपने मकान की चाभी सौंपी गई तो उनके चेहरों पर मुस्कान तैर गई। उल्लेखनीय है कि अपने दो दिवसीय दौरे पर उत्तर प्रदेश आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आजमगढ़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लखनऊ में निर्मित लाइट हाउस प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया। प्रोजेक्ट के तहत इन आवासों के निर्माण में नवीनतम तकनीक का प्रयोग किया गया है। निर्मित मकान आपदारोधी व पर्यावरण के अनुकूल हैं। माना जा रहा है कि लखनऊ में बना लाइट हाउस प्रोजेक्ट प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के निर्माण क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

नवीनतम तकनीक का प्रयोग

आजमगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी के लाइट हाउस प्रोजेक्ट का लोकार्पण करते ही अवध विहार योजना तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठी। मौके पर मौजूद बड़ी संख्या में लाभार्थियों के चेहरे की खुशी देखते ही बन रही थी।निदेशक सूडा डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि राज्य नगरीय विकास अभिकरण सूडा द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के अंतर्गत लखनऊ में लाइट हाउस प्रोजेक्ट का निर्माण कराया गया है। योजना में 1,040 आवास बनाए गए हैं। इन आवासों के निर्माण में नवीनतम तकनीकी का प्रयोग किया गया है। निर्मित मकान आपदारोधी व पर्यावरण के अनुकूल हैं। देश में पीवीसी स्टे इन प्लेस फॉमवर्क तकनीकी का प्रयोग लखनऊ सहित छह अन्य शहरों में किया गया है। लखनऊ में बना लाइट हाउस प्रोजेक्ट प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के निर्माण क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

क्या है लाइट हाउस प्रोजेक्ट

आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा ग्लोबल हाऊसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इण्डिया के अन्तर्गत लाइट हाऊस प्रोजेक्ट अवध विहार योजना, लखनऊ के सेक्टर-5 में निर्मित किया गया है, जिसका क्षेत्रफल दो हेक्टेयर है। लाइट हाऊस प्रोजेक्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 01 जनवरी 2021 को किया गया एवं 04 जनवरी 2021 से लाइट हाउस प्रोजेक्ट के निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया गया। लाइट हाऊस प्रोजेक्ट का निर्माण नवीन तकनीक PVC Formwork with Pre-Engineered Steel Structural System के माध्यम से किया गया है। इस तकनीक का प्रयोग दुनिया के चुनिंदा देशों में होता है। इसके माध्यम से बेहद कम समय में भवन निर्माण का कार्य पूरा किया जाता है। इस तकनीक से मकान टिकाऊ, पर्यावरण के अनुकूल एवं आपदारोधी होते हैं। इस तकनीक का प्रयोग कनाडा जैसे देशों में किया जा रहा है।

ये सुविधाएं मिलेंगी

लाइट हाउस प्रोजेक्ट में 34.50 वर्ग मी. कारपेट एरिया के कुल 1040 भवन सम्मिलित हैं, जो स्टिल्ट प्लस 13 प्रकार के चार बहुमंजिला ब्लाकों में निर्मित हैं। परियोजना में आवास के साथ-साथ कम्यूनिटी सेन्टर, कॉमर्शियल सेन्टर, सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट (एसटीपी), पेयजल, ड्रेनेज, आन्तरिक सडक़ें, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सोलर लाईट, खुले हरित क्षेत्र, पार्किंग आदि की सुविधाएं भी लाभार्थियों को मिलेंगी।

केंद्र और राज्य दोनों का योगदान

परियोजना की कुल निर्माण लागत 130.90 करोड़ रुपए है, जिसमें समस्त अवस्थापना सहित प्रति आवास लागत 12.59 लाख रुपए है। परियोजना हेतु भारत सरकार द्वारा केन्द्रांश 1.50 लाख रुपए के अतिरिक्त केन्द्रीय टीआईजी के रूप में 4.00 लाख रुपए अतिरिक्त दिया गया है। इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा देय राज्यांश 1.00 लाख रुपए के अतिरिक्त राज्य टीआईजी के रूप में 1.33 लाख रुपए राज्य सरकार द्वारा दिया गया है। इस प्रकार परियोजना में कुल 7.83 लाख रुपए प्रति आवास का शासकीय अनुदान दिया गया है। अवशेष धनराशि 5.26 लाख रुपए लाभार्थी द्वारा वहन की गई है। परियोजना में निर्मित होने वाले समस्त 1040 आवासों का आवंटन नियमानुसार पूर्ण कर लिया गया है।

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