अयोध्या। अयोध्या धाम में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद देश भर से बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने और खाने-पीने के लिए योगी सरकार ने अयोध्या में पंचवटी आश्रय स्थल का निर्माण कराया है। यहां एक साथ ढाई हजार लोग रुक सकते हैं। यहां रुकने और खाने पीने के लिए श्रद्धालुओं को एक रुपए भी नहीं खर्च करना होगा। अयोध्या नगर निगम द्वारा संचालित पंचवटी आश्रय स्थल के साथ ही शुक्रवार को सीएम योगी ने अयोध्या धाम में स्थित दो अन्य टेंट सिटी का मुआयना किया और श्रद्धालुओं के लिए की जा रही व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने निर्देश दिया कि इन टेंट सिटी में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की समस्या नहीं होनी चाहिए।
भगवान राम के प्रति श्रद्धा का होगा बोध
सीएम योगी ने सूर्या पैलेस के बगल में और धर्मू का पुरवा स्थित आवास विकास परिषद की टेंट सिटी का मुआयना किया। इसी दौरान वह हनुमान गुफा चौराहे के पास स्थित पंचवटी आश्रय स्थल भी पहुंचे। उन्होंने यहां तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पंचवटी आश्रय स्थल में श्रद्धालुओं के रुकने और खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है। यहां प्रवेश करते ही सबसे पहले भगवान राम की बड़ी सी खड़ाऊ के दर्शन होते हैं। यह खड़ाऊ त्रेतायुग में श्रीराम की उस खड़ाऊ की स्मृति में बनाई गई है जिसे उनके भाई भरत ने सिंहासन पर रखकर अयोध्या का राजकाज चलाया था। इसके ठीक सामने बाईं तरफ भगवान राम का धनुष कोदंड भी स्थापित किया गया है। यह भगवान राम के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है। इसके अलावा पूरे परिसर में भगवान राम से जुड़ी स्मृतियों को वॉल पेंटिंग और अन्य माध्यमों से प्रदर्शित किया गया है, जिससे यहां आने वाले लोगों की भगवान राम के प्रति श्रद्धा एक अलग ही स्तर पर पहुंच रही है।
एक साथ ढाई हजार लोगों के रुकने की व्यवस्था
दूसरी तरफ पंचवटी आश्रय स्थल स्थित है, जिसकी दीवारों पर भगवान राम से जुड़ी स्मृतियों को उकेरा गया है। टेंट सिटी के रूप में निर्मित इस आश्रय स्थल के अंदर ढाई हजार लोगों के ठहरने और सोने की व्यवस्था की गई है। आश्रय स्थल में बड़ी संख्या में फोल्डिंग बेड्स बिछाए गए हैं। साथ ही प्रत्येक फोल्डिंग बेड के साथ गद्दे, चादर, तकिया, रजाई और कंबल भी उपलब्ध कराया जाएगा। टेंट सिटी के अंदर भी भक्तों की आस्था का ध्यान रखते हुए भगवान राम और हनुमान जी की छवि दिखाई देगी। इसके अतिरिक्त महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है, जबकि शौचालय व अन्य नित्य कर्म के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं के खाने पीने की भी उत्तम व्यवस्था है।
श्रद्धालुओं को कराना होगा रजिस्ट्रेशन
पंचवटी आश्रय स्थल पर रुकने के लिए श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन होने के बाद वो अगले 48 घंटे तक वहां रुक सकेंगे। रजिस्ट्रेशन फोन के माध्यम से या फिर व्यक्तिगत तौर पर कराया जा सकेगा। सरकार ने सुविधा के साथ-साथ सुरक्षा का भी ख्याल रखा है। यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी मॉनीटरिंग के लिए कंट्रोल रूप भी स्थापित किया गया है। इसके साथ ही बिजली के तारों और पानी के पाइपों को जमीन के अंदर रखा गया है। फिलहाल सरकार की योजना इस आश्रय स्थल को आगामी दो महीने तक चलाने की है, लेकिन यदि श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो इसे आगे भी संचालित किए जाने का निर्णय लिया जा सकता है।