अयोध्या। भारतीय सेना के सूर्या कमान ने 14 जनवरी 2024 को लखनऊ में 8वां सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस मनाया। भूतपूर्व सैनिक दिवस तीनों सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिकों के निस्वार्थ कर्तव्य और राष्ट्र के प्रति उनके बलिदान के प्रति सम्मान दिखाने का एक अवसर है। यह उन बहादुर जवानों के परिवारों के प्रति एकजुटता व्यक्त करने का भी अवसर है, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
इस अवसर पर सूर्या कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि और वरिष्ठ भूतपूर्व सैनिकों ने मध्य कमान के युद्ध स्मारक स्मृतिका पर पुष्पांजलि अर्पित की और देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले बहादुरों को श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद, सूर्या ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में भूतपूर्व सैनिक दिवस समारोह आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 2200 वीर नारियों, पूर्व सैनिकों, वीरता पुरस्कार विजेताओं, सशस्त्र बलों के कर्मियों और नागरिक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस अवसर पर पूर्व सैनिक वीरता पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए भारतीय सशस्त्र बलों के भूतपूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने भारतीय सेना के साहस और वीरता की सराहना की। श्री पाठक ने यह भी कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने हमेशा हमारे देश की संप्रभुता पर किसी भी खतरे का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
सूर्या कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि ने देश की रक्षा में उनके योगदान के लिए सभी भूतपूर्व सैनिकों के प्रति गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूर्या कमान सभी पूर्व सैनिकों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर सक्रिय कदम उठा रही है।
भूतपूर्व सैनिक दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के पहले कमांडर-इन-चीफ, फील्ड मार्शल केएम करियप्पा, ओबीई द्वारा प्रदान की गई सेवाओं की मान्यता में मनाया जाता है, जो 1953 में इसी दिन सेवानिवृत्त हुए थे। तीनों सेवाओं के भूतपूर्व सैनिक, वीरता पुरस्कार विजेता, वीर नारियां इस अवसर पर पूर्व सैनिकों की विधवाएँ और वरिष्ठ नागरिक और सैन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।