लखनऊ: किसानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के साथ उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी के तहत इटावा में प्रदेश के पहले भेड़ एवं बकरी पालन प्रशिक्षण केन्द्र का लोकार्पण एवं प्रशिक्षण सत्र का शुभारम्भ किया गया। केन्द्र में भेड़ एवं बकरी पालकों को वैज्ञानिक तरीके से व्यवासायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। इस दौरान कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम से जुड़े प्रदेश के लगभग 500 मैत्रियों के साथ संवाद किया गया।
पशुपालकों की आय बढ़ाने में पैरावेट का अहम योगदान
प्रशिक्षण सत्र में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि पशुपालकों के द्वार पर गुणवत्तायुक्त पशु प्रजनन सुविधायें समयबद्ध रूप से उपलब्ध कराने एवं कृत्रिम गर्भाधान बढ़ाने में कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ताओं पैरावेट/मैत्री आदि की अहम भूमिका और योगदान है। इससे पशुपालकों की आय दोगुनी करने के प्रयासों को बल मिल रहा है। इस दौरान पैरावेट्स की समस्याएं सुनी गईं और उनके निराकरण के लिऐ अधिकारियों को निर्देशित भी किया गया। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष में 6000 से अधिक मैत्री के बैंक खाते में सीधे लगभग 18 करोड़ रूपये की प्रोत्साहन धनराशि हस्तान्तरित की जा चुकी है। वर्तमान वर्ष में 2500 मैत्री का चयन किया जाना है।