(शाश्वत तिवारी) : भारत एवं सिंगापुर के नेताओं के बीच फिनटेक, डिजिटलीकरण, हरित अर्थव्यवस्था, कौशल विकास और खाद्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में आपसी सहयोग और जुड़ाव को गहरा करने पर विचार-विमर्श किया गया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने 18-21 अक्टूबर के बीच सिंगापुर की आधिकारिक यात्रा की, विदेश मंत्री ने सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री लॉरेंस वोंग के साथ बैठक की।
इस दौरान उन्होंने कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें की। जयशंकर ने सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से भी मुलाकात की और उन्हें उनकी हालिया चुनावी जीत पर बधाई दी। जयशंकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा के समन्वय मंत्री टीओ ची हेन के साथ वर्तमान वैश्विक परिदृश्य और उसकी चुनौतियों पर विचार साझा किए। इसके अलावा उन्होंने सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन के साथ आपसी हित के द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। जयशंकर रक्षा मंत्री डॉ. एनजी इंग हेन से भी मिले और दोनों नेताओं ने करीबी द्विपक्षीय रक्षा जुड़ाव को स्वीकार किया और इसे आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा अपने अच्छे दोस्त विवियन बालाकृष्णन से मिलकर खुशी हुई। हमारी रणनीतिक साझेदारी और वैश्विक विकास पर व्यापक चर्चा की।’ विदेश मंत्री की व्यापार एवं उद्योग मंत्री गन किम योंग के साथ सार्थक बैठक हुई, जिसमें उन्होंने सहयोग के नए क्षेत्रों पर चर्चा की। उन्होंने गृह एवं कानून मंत्री के. षणमुगम से मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने पर चर्चा की। भारत-सिंगापुर के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में काफी गहराए हैं। इस यात्रा ने भारत और सिंगापुर के बीच रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने का अवसर प्रदान किया।