लखनऊ, 17 अक्टूबर: हमारा देश सैदव से ही ‘सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया’ की राह पर चला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर आधारित सबका साथ सबका विकास के भाव को जोड़ दिया है। ऐसा कोई कालखंड नहीं है जब अनुसूचित जाति ने समाज का मार्गदर्शन न किया हो। आजाद भारत को एक सूत्र में पिरोने के लिए बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने एक ऐसा संविधान बनाया, जो आज 142 करोड़ लोगों को उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम तक एकता के सूत्र में जोड़ने का काम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही सही मायने में बाबा साहब को सम्मान दिया है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब से जुड़े स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया, चाहे मऊ हो, दिल्ली, मुंबई, इंग्लैंड का वह भवन जहां रहकर उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की या नागपुर की दीक्षा भूमि, इन सभी स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ही प्रेरणा से उत्तर प्रदेश के लखनऊ में डॉ. भीमराव आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र की स्थापना की जा रही है, जहां पर अनुसूचित जाति-जनजाति के नौजवानों को उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही उच्च अध्ययन करने की व्यवस्था का काम अंतिम दौर में है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हापुड़ के आनंद विहार में आयोजित अनुसूचित जाति/जनजाति सम्मेलन में कही। इस दौरान उन्होंने हापुड़ को 136 करोड़ की 102 विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास की सौगात दी। साथ ही विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।
वर्ष 2015-16 में अनुसूचित जाति के छात्रों की रोक दी गयी थी छात्रवृत्ति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सबका साथ सबका विकास केवल नारा नहीं है बल्कि यह योजनाओं में दिखता भी है। पहले योजनाएं व्यक्ति, जाति, मत और मजहब को लेकर बनती थीं, लेकिन आज योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के उपलब्ध कराया जाता है। वर्ष 2015-16 में समाजवादी पार्टी ने अनुसूचित जाति के सभी छात्रों की छात्रवृत्ति रोक दी थी। इतना ही नहीं इसी पार्टी ने ही सहारनपुर के मेडिकल कॉलेज का नाम बदलने का पाप किया था। समाजवादी पार्टी ने ही लखनऊ में भी भाषा विश्वविद्यालय का नाम बदलने का काम किया। दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना से अब तक 66 लाख परिवारों को जमीन का मालिकाना हक दिया है।
सीएम योगी ने कहा कि वह फिर मंच से घोषणा करने के लिए आए हैं। हमारी सरकारी इस बात के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है कि जहां पर अनुसूचित जाति/जनजाति से जुड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति निवास कर रहा है, अगर आरक्षित श्रेणी की वह भूमि नहीं है तो उसको वहीं पर मकान बनाने के लिए उस जमीन का पट्टा उपलब्ध करवाने की कार्रवाई डबल इंजन की सरकार करेगी। वहीं आरक्षित श्रेणी की भूमि होने पर अतिरिक्त भूमि दे करके उनके पुनर्वास की प्रापर व्यवस्था की जाएगी। साथ ही अनुसूचित जाति-जनजाति से जुड़े हुए किसी भी गरीब और वंचित को उजाड़ने का काम प्रशासन नहीं कर पाएगा क्योंकि डबल इंजन की सरकार आपके साथ खड़ी है।
बाबा साहेब के सपनों को जमीनी धरातल पर उतारने को संकल्पित है डबल इंजन की सरकार
पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोई भी कार्यक्रम होने नहीं दिया जाता था, लेकिन अब कोई रोक नहीं सकता है। आज धूम-धड़ाके के साथ यात्राएं निकल रहीं हैं। पर्व और त्यौहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो रहे हैं, यह आपके सामने एक मिसाल है। इसे ही आगे बढ़ाने के लिए आज हम सब आपके पास आए हैं। सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार आपकी समृद्धि, सुरक्षा, खुशहाली और बाबा साहब आंबेडकर के सपनों को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए समाज के अंतिम पायदान पर बैठा हुआ व्यक्ति भी उतना ही महत्वपूर्ण है जैसे सब क्योंकि वह समाज का आधार और राष्ट्र की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि अगर आधार और नींव मजबूत होगी तो राष्ट्र का भवन भी अपने आप ही मजबूत हो जाएगा। इस व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी योजनाओं का आधार गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाएं, वंचित और दलित को बनाया है। वहीं बाबा साहब द्वारा 26 नवंबर को संविधान पर साइन करके इसका ड्राफ्ट तैयार किया था, लेकिन इसे कोई स्मरण नहीं करता था। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 26 नवंबर की तिथि पर भी बाबा साहब के प्रति समर्पण का भाव होना चाहिए और संविधान दिवस के दिन 26 नवंबर की तिथि को याद किया जाना चाहिए।
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर, सांसद राजेंद्र अग्रवाल, मंत्री असीम अरुण, गुलाब देवी और दिनेश खटीक आदि उपस्थित थे।