लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मिशन शक्ति के चौथे चरण का शुभारंभ कर दिया। इस चरण में योगी सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर अहम कदम उठाए हैं। महिलाओं को प्रदेश में संचालित हो रही स्वास्थ्य सुविधाओं और योजनाओं से अवगत कराने के साथ ही विभिन्न रोगों में निशुल्क परामर्श और इलाज उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। कुपोषण और एनीमिया जैसी समस्याओं से बचाने के लिए बेटियों को नियमित रूप से दवाएं एवं पोषण उपलब्ध कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार प्रदेश को स्वस्थ प्रदेश बनाने का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही है और सीएम योगी का मानना है कि बिना महिलाओं की स्वास्थ्य की चिंता किए यह संकल्प पूरा नहीं हो सकता। ऐसे में सरकार अभियान चलाकर महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हुए उन्हें आरोग्य बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है।
स्वास्थ्य कार्यक्रमों के तहत होगी काउंसिलिंग
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के तहत जन जागरुकता रैलियों में प्रत्येक स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मियों के द्वारा पूर्ण सहयोग एवं प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाएगी। जन जागरुकता रैलियों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं के लिए विकसित की गई आईईसी का प्रयोग एवं प्रदर्शन किया जाएगा। महिलाओं एवं बालिकाओं हेतु संचालित की जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों के विषय में जागरूकता एवं परामर्श सेवाएं प्रदान की जाएंगी। यही नहीं, ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित रैलियों में आशा एवं एएनएम इत्यादि के द्वारा प्रतिभागिता एवं महिलाओं और बालिकाओं के लिए संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं के विषय में जागरूकता एवं काउंसिलिंग का संचालन किया जाएगा।
निशुल्क परामर्श और स्क्रीनिंग की व्यवस्था
एनपीसीडीसीएस के अंतर्गत 30 वर्ष से अधिक महिलाओं के लिए मधुमेह, उच्च रक्तचाप, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर की निःशुल्क स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी। इसी तरह परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनों की निःशुल्क उपलब्धता एवं परामर्श सेवाएं भी दी जाएंगी, जबकि कुपोषित बालिकाओं हेतु पोषण पुर्नवास केंद्रों (एनआरसी) एवं गंभीर शिशुओं के उपचार हेतु सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) की स्थापना की जाएगी। साथ ही 10-19 वर्ष की बालिकाओं में एनीमिया से बचाव के लिए साप्ताहिक आयरन सम्पूरण कार्यक्रम के तहत प्रतिमाह आयरन की गोलियों को खिलाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान (एनडीडी) के अंतर्गत 01 से 19 वर्ष के बच्चों को पेट के कीड़ों से मुक्ति के लिए एल्वेम्डाजोल टैबलेट के सेवन को प्रमुखता से किया जाएगा।
इन योजनाओं और कार्यक्रमों के विषय में किया जाएगा जागरूक
महिलाओं और बालिकाओं के लिए संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों और योजनाओं के विषय में जागरूकता और परामर्श प्रदान किया जाएगा। इनमें प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, ई0 रूपी वाऊचर सेवा, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस, जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, सुरक्षित प्रसव हेतु प्रसव इकाईयों में वृद्धि, जटिल प्रसव हेतु प्रथम सन्दर्भन इकाईयों की स्थापना और गर्भवती महिलाओं हेतु 102 एम्बुलेंस सेवा प्रमुख हैं।