नई दिल्ली। लोकसभा की कार्यवाही बुधवार को 12 बजे दोबारा शुरू होने पर विपक्ष की तरफ से राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर मोर्चा संभाला।
दूसरी तरफ सरकार की तरफ से राहुल गांधी के भाषण के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मोर्चा संभाला।
दोनों नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप के बीच सदन में विपक्ष की तरफ से सोनिया गांधी सक्रियता से मोर्चा संभालती नजर आईं।
12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने से थोड़ी देर पहले जब राहुल गांधी सदन में पहुंचे तब सोनिया गांधी पहले से ही सदन में मौजूद थी।
विपक्षी बेंच की तरफ सबसे आगे बैठी सोनिया गांधी और फारूक अब्दुल्ला, राहुल गांधी को उनके भाषण के लिए सलाह देते नजर आए।
राहुल गांधी के भाषण के दौरान सोनिया गांधी लगातार फारूक अब्दुल्ला, ए राजा, सुप्रिया सुले, कनिमोझी और अधीर रंजन चौधरी से सलाह-मशविरा करती रही।
राहुल गांधी के भाषण के दौरान सोनिया गांधी कई बार ताली बजाती नजर आई, अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई के माध्यम से अपना संदेश राहुल गांधी तक पहुंचाती नजर आई।
यहां तक कि राहुल गांधी के भाषण के दौरान जब भी सत्ता पक्ष की तरफ से हंगामा हुआ तब सोनिया गांधी जवाब देने के लिए कांग्रेस सांसदों को भी उत्साहित करती नजर आई।
जब राहुल गांधी के भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विरोध स्वरूप बोलना शुरू किया और उनका माइक ऑन कर दिया गया तो सोनिया गांधी ने तीखे तेवरों के साथ सदन में खड़े होकर न केवल विरोध जताया, बल्कि, उनके इशारे पर कांग्रेस सहित कई दलों के सांसदों ने वेल में आकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
स्पीकर ओम बिरला की तरफ से सांसदों के इस व्यवहार की आलोचना भी की गई। अपना भाषण समाप्त करने के बाद राहुल गांधी तो सदन से चले गए।
लेकिन, सोनिया गांधी स्मृति ईरानी के पूरे भाषण के दौरान सदन में बैठकर कांग्रेस सांसदों को निर्देश देती रही।
स्मृति ईरानी के भाषण के दौरान कई बार सोनिया गांधी के निर्देश पर कांग्रेस सांसदों ने सदन में खड़े होकर टोका-टाकी, यहां तक कि नारेबाजी भी की।
सोनिया गांधी के कहने के बाद ही कई बार सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी खड़े होकर स्मृति ईरानी के भाषण पर विरोध जताया।
सोनिया गांधी की सक्रियता और कांग्रेस सांसदों द्वारा लगातार टोका-टाकी और नारेबाजी से नाराज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बिना नाम लिए सीधे सोनिया गांधी पर राजनीतिक हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वो (विपक्षी सांसद) मजबूर हैं, उनको भी शायद रिमोट से डायरेक्शन आया है।
सदन में एक पल ऐसा भी आया जब कांग्रेस सांसदों की नारेबाजी के दौरान सोनिया गांधी भी सीट पर बैठे-बैठे थोड़ी देर के लिए मणिपुर-मणिपुर की नारेबाजी करती नजर आईं।