लखनऊ, । नेपाल से भारत में तस्करी कर लाए जा रहे तीन टन टमाटरों को महराजगंज पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा एक संयुक्त अभियान में जब्त किए जाने और बाद में अवैध रूप से उन्हें छोड़ देने पर सीमा शुल्क विभाग के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 4.8 लाख रुपये की कीमत वाली खेप को 7 जुलाई को जब्त करने के बाद नष्ट करने के लिए सीमा शुल्क अधिकारियों को सौंप दिया गया था।नियमानुसार जब्त की गई खराब होने वाली वस्तुओं को 24 घंटे के अंदर नष्ट किया जाना चाहिए। लेकिन आरोप है कि टमाटरों की खेप को सीमा शुल्क अधिकारियों ने नष्ट करने के बजाय छोड़ दिया।
लखनऊ की सीमा शुल्क आयुक्त आरती सक्सेना ने कहा कि उनकी शुरूआती जांच के अनुसार, सीमा क्षेत्र में तैनात विभाग के चार अधिकारियों को अवैध तरीके से अपने पास टमाटर की खेप छोड़ देने का दोषी पाया गया, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया।निलंबित होने वालों में अधिकारियों में विशाल मेहता, निरीक्षक एस.एस. हैदर, आदित्य शर्मा और जितेंद्र कुमार शामिल हैं। इस बीच, वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि जांच अभी भी लंबित है और दोषी पाए जाने वाले सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।7 जुलाई को महराजगंज जिले के निचलौल इलाके के पास एसएसबी टीम ने 1.5 टन टमाटर लदी दो जीपों को रोका था। बाद में एसएसबी ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची। निरीक्षण के बाद इसकी सूचना सीमा शुल्क विभाग को दी गयी।सीमा शुल्क विभाग वाहनों समेत खेप को अपने साथ ले गया।फिर, 8 जुलाई को, जिले के नौतनवा क्षेत्र में संपतिहा पुलिस चौकी पर 1.5 टन टमाटर ले जा रही दो जीपों को रोका गया।
पुलिस ने कहा कि उन्होंने इसे अपनी जनरल डायरी में दर्ज कर लिया और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इसके बारे में सूचित किया। बाद में, पुलिस को पता चला कि दोनों जीपों पर वही पंजीकरण नंबर प्लेटें थीं जो एक दिन पहले निचलौल में रोकी गई थीं और जब्त किए गए टमाटरों की मात्रा भी वही थी।वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बाद में क्षेत्र में सीमा शुल्क विभाग के कर्मचारियों को सूचित किया, जिन्होंने दावा किया कि ये दोनों जीपें अलग-अलग थीं।उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने एसओपी के अनुसार, पहले जब्त किए गए टमाटरों को नष्ट कर दिया है। लेकिन टोल प्लाजा और सड़क क्रॉसिंग के सीसीटीवी फुटेज ने एक अलग तस्वीर पेश की।