कुर्रम (खैबर पख्तूनख्वा)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के आदिवासी जिला कुर्रम में हालात बेकाबू हैं। खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने प्रधानमंत्री से दखल देने का आग्रह करते हुए सेना भेजने की मांग की है। इस जिले में भूमि विवाद पर आदिवासी समूहों के बीच सात जुलाई से हो रहे खूनी संघर्ष में घायल दो और लोगों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। गोलियों से लहूलुहान कम से कम 70 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।
खैबर पख्तूनख्वा सरकार ने संघीय सरकार से खूनी संघर्ष को समाप्त करने के लिए अनुच्छेद 245 के तहत अतिरिक्त सैन्य और अर्धसैनिक बलों को भेजने का अनुरोध किया है। मानव संसाधन विकास मंत्री साजिद हुसैन तुरी इस्लामाबाद से यहां का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना और आदिवासी बुजुर्ग पेवार, बालिशखेल और खार कल्लाय इलाकों में युद्धरत जनजातियों के बीच युद्ध विराम कराने की कोशिश कर रहे हैं।
कुर्रम के डिप्टी कमिश्नर सैयद सैफुल इस्लाम शाह और जिला पुलिस अधिकारी मोहम्मद इमरान ने कहा कि स्थिति सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक डंडार सेहरा और बोशेहरा के निवासियों के बीच इस संघर्ष में भारी और स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया गया है। जनजातियों ने रास्ते रोक दिए हैं। इस वजह से खाने-पीने की चीजों समेत जरूरी सामान की कमी हो गई है। पेवार, गिदो, बालिश्खेल, खार किल्ले, सद्दा, पारा चमकानी, मुकबल और कुंज अलीजई इलाकों में झड़पें जारी रहीं।