मॉस्को। क्रेमलिन ने रूस में निजी सेना समूह वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की गिरफ्तारी का आदेश दिया है। रूसी खुफिया विभाग ने उन पर सशस्त्र विद्रोह का आह्वान करने का आरोप लगाया है। कथित तौर पर रूसी सेना ने वैगनर कैंप पर मिसाइल हमला किया है। उन्होंने इसके लिए क्रेमलिन को जिम्मेदार ठहराया है और जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई। इसके बाद शुक्रवार की देर रात, संघीय सुरक्षा सेवा (एफएसबी) ने वैगनर ग्रुप के सैनिकों से अपने ही लीडर को हिरासत में लेने का आग्रह किया है।
रूसी राज्य टीवी ने भी रक्षा मंत्रालय के एक बयान की रिपोर्ट करने के लिए शुक्रवार रात प्रोग्रामिंग को बाधित कर दिया, इसमें दावा किया गया कि प्रिगोझिन की टिप्पणियां वास्तविकता के अनुरूप नहीं हैं और उनसे अवैध कार्यो को रोकने की मांग की गई थी।
सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, घटनाक्रम के मद्देनजर, मॉस्को के आसपास और दक्षिण-पूर्व यूक्रेन के पास रोस्तोव शहर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले शुक्रवार को प्रिगोझिन ने दावा किया था कि उनकी सेनाएं यूक्रेन से सीमा पार कर रूस में दाखिल हुईं, लेकिन उन्होंने कोई सबूत पेश नहीं किया।
प्रिगोझिन ने कहा, रूसी सैनिकों को दंडित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि रूसी सैन्य नेतृत्व में जो बुराई लाता है उसे रोका जाना चाहिए, जो कोई भी प्रतिरोध करेगा, हम इसे खतरा मानेंगे और इसे तुरंत नष्ट कर देंगे। हमें इस समस्या को खत्म करने की जरूरत है। यह कोई सैन्य तख्तापलट नहीं है, बल्कि न्याय का मार्च है।
क्रेमलिन के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन स्थिति से अवगत हैं और उन्हें लगातार अपडेट मिल रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी 2022 में जब से रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध शुरू किया है, तब से प्रिगोझिन और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के बीच सत्ता संघर्ष चल रहा है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, प्रिगोझिन ने अपनी सेना की सफलता को अपनी प्रोफाइल बनाने और शोइगू के अधीन सैनिकों की आलोचना करने के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया।
उन्होंने रक्षा मंत्रालय पर अपने निजी सैनिकों को गोला-बारूद देने से इनकार करने का आरोप लगाया, यहां तक कि उन्हें वापस बुलाने की धमकी भी दी।
हालांकि, प्रिगोझिन हमेशा राष्ट्रपति पुतिन की आलोचना करने से बचते रहे हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर कैंप पर कथित हमले से कुछ घंटे पहले, उन्होंने सोशल मीडिया पर और अधिक भड़काऊ टिप्पणियां पोस्ट कीं, जिसमें रक्षा मंत्रालय पर फरवरी 2022 के आक्रमण से पहले यूक्रेन द्वारा उत्पन्न खतरे के बारे में पुतिन को धोखा देने का आरोप लगाया गया।
उन्होंने युद्ध के लिए रूसी उद्देश्यों पर भी सवाल उठाया।