कच्छ। चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात में जखाऊ के पास तटों से टकराने का खतरा बढ़ने के साथ ही गुरुवार की शाम तक संभावित भूस्खलन की आशंका के बीच तटीय क्षेत्रों में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ग्रामीणों की सहायता के लिए आगे आया है। इन महत्वपूर्ण क्षणों में बीएसएफ शिविर आसन्न तूफान से शरण लेने वाले ग्रामीणों के लिए आश्रय स्थल बन गए हैं। ठुमरी और वालावारीवंड के लगभग 150 ग्रामीणों ने बीएसएफ शिविरों में शरण ली है, जिनमें वरिष्ठ नागरिक, बच्चे, पुरुष और महिलाएं शामिल हैं।
बीएसएफ ने न सिर्फ सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया है, बल्कि ग्रामीणों की जरूरी जरूरतों के लिए भी इंतजाम किया है। शिविरों में स्वच्छता मानकों को बनाए रखा जा रहा है और सभी आश्रित ग्रामीणों को पीने के पानी, भोजन और चिकित्सा सेवाओं के प्रावधान उपलब्ध कराए गए हैं।
बीएसएफ ने त्वरित प्रतिक्रिया दलों का गठन किया है, जो जीवन रक्षक संसाधनों से लैस हैं। ये टीमें चक्रवात के बाद नागरिकों की सहायता के लिए तैयार हैं।