लखनऊ : प्रचंड गर्मी में लोगों को निर्बाध बिजली देने के दावों की हवा टोल फ्री नंबर-1912 पर आ रही शिकायतें खोल रही हैं। लखनऊ और आसपास के जिलों में सबसे खराब स्थिति है। यहां सबसे ज्यादा बिजली गुल हो रही है। मंगलवार 13 जून को ही इन जिलों से बिजली कटने की 16290 शिकायतें आईं जिनमें ट्रांसफार्मर जलने, फुंकने और खराब होने की 980 शिकायतें थीं। इस तिथि में पूरे प्रदेश से 1912 पर 31114 शिकायतें आईं।
सबसे अधिक शिकायतें लखनऊ और आसपास के जिलों से
मंगलवार को टोल फ्री नंबर पर आईं शिकायतों में सबसे बड़ी संख्या मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यक्षेत्र में आने वाले लखनऊ सहित 19 जिलों की रही। लोकल फाल्ट से बिजली की आवाजाही इस कदर रही कि लोग लगातार शिकायतें करते रहें। इस दिन पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के मेरठ एवं आसपास के जिलों से 7816, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में आगरा और आसपास के जिलों में 2911, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यक्षेत्र वाराणसी और आसपास से 3117 शिकायतें दर्ज हुईं। केस्को कानपुर से शिकायतों की संख्या बहुत कम रही।
जून के 13 दिनों में 2.5 लाख से अधिक शिकायतें
मई में गर्मी शुरू होने के साथ ही यूपी में बिजली कटने की शिकायतें आम हो गईं। अधिकांश मामलों में लोकल फाल्ट ही रहा। कभी ट्रांसफार्मर के खराब होने से तो कभी केबिन के ब्रस्ट होने से बिजली में बाधाएं आने की घटनाएं लगातार बढ़ती गईं। मई महीने में 1912 पर 4 लाख 97 हजार 213 शिकायतें आई थीं। इधर एक से तेरह जून के बीच ही 2 लाख 54 हजार 706 शिकायतें टोल फ्री नंबर पर दर्ज की गईं हैं।
टोल फ्री-1912 की शिकायतों को छोड़ दें तो बहुत अधिक शिकायतें उपभोक्ताओं ने सीधे लाइनमैन, जेई, एसडीओ, एक्सईएन के फोन नंबर के साथ ही सब स्टेशन पर जाकर कीं। ऐसी शिकायतों की संख्या बहुत अधिक है। कस्बाई और ग्रामीण क्षेत्रों से बिजली कटने की अधिकांश शिकायतें लोगों ने सीधे विभागीय कर्मचारियों व सब स्टेशन पर ही किए।
शिकायतों का हो रहा तत्काल निस्तारण: चेयरमैन
उ.प्र. पावर कारपोरएशन के चेयरमैन एम. देवराज का कहना है कि 1912 पर एक ही फाल्ट के संबंध में कई लोग शिकायतें करते हैं इसलिए शिकायतों की संख्या अधिक नजर आती है। तमाम शिकायतें लाइनमैन, जेई व सब स्टेशन पर लोग करते हैं। जो भी शिकायतें मिल रही हैं उन्हें तत्काल दूर किया जा रहा है। उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली देने में पूरा विभाग लगा है। रिकार्ड बिजली की मांग के बाद भी भरपूर बिजली लोगों को दी जा रही है।