राघवेन्द्र प्रताप सिंह : कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनने के बाद अब किताबों पर राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल, सिद्दरमैया सरकार अब स्कूली किताबों से RSS के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार की जीवनी हटाने की तैयारी में है। यही नहीं, दक्षिणपंथी विचार धारा के लोगों को भी पाठ्य सामग्री से हटाने की बात चल रही है।
कर्नाटक के मंत्री दिनेश गुंडू राव का भी इस मामले पर बयान सामने आया है। मंत्री ने कहा है कि हमारे पास ऐसे लोगों की कहानियां होनी चाहिए जिन्होंने वास्तव में राष्ट्र के निर्माण में योगदान दिया है। उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि यदि स्वतंत्रता संग्राम के बारे में बात करें, तो जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया है उसी को दिखाना चाहिए, न कि अपनी व्यक्तिगत पसंद को या उसे जिसे आप अपना आदर्श मानते हो।
सिद्दरमैया सरकार इसी के साथ भाजपा के शासनकाल में बच्चों के सिलेबस में डाले गए कई और विषयों को हटाने का विचार कर रही है। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस सरकार इसको लेकर जल्द ही सर्कुलर भी जारी कर सकती है।
कांग्रेस एमएलसी बीके हरिप्रसाद ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि कांग्रेस सरकार आरएसएस के संस्थापक हेडगेवार जैसे व्यक्तियों की जीवनी को शामिल करने की मंजूरी नहीं देगी, जो ‘कायर’ और ‘नकली स्वतंत्रता सेनानी’ हों।